बुलंदशहर: भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति का नौवें दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा. इस दौरान कलेक्ट्रेट गेट को बंद करके अधिवक्ताओं के आने-जाने पर रोक लगा दी गई. सिटी मजिस्ट्रेट और नगर कोतवाल कई घंटे तक किसानों को समझाते रहे पर डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की जिद पर किसान अड़े रहे. सिटी मजिस्ट्रेट के 3 दिन की मोहलत मांगने पर कलेक्ट्रेट गेट से किसान हटे हैं.
भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में पदाधिकारियों जिला अस्पताल पहुंचे. भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ अभद्रता व मारपीट का आरोप लगा डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. उधर जिला अस्पताल के स्टाफ ने ओपीडी से लेकर सभी सेवाएं ठप कर भारतीय किसान यूनियन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सेवाएं ठप कर दी थी.
राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के जिला महासचिव आशुतोष शर्मा अपनी पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराने के लिए 7 सितंबर को दोपहर लगभग 11:00 बजे जिला अस्पताल पहुंचे थे. आरोप है कि कर्मचारियों ने अल्ट्रासाउंड करने की एवज में 200 रुपये के सुविधा शुल्क मरीज से लिया जा रहा था. आशुतोष ने उसका वीडियो बनाना शुरू किया तो उनके साथ वार्ता करते हुए मार पिटाई की गई.
मरीजों का उपचार के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है. भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. उधर जिला अस्पताल के डॉक्टरों व कर्मचारियों ने भी ओपीडी से लेकर सभी सेवाएं ठप कर दी थी. कर्मचारियों ने एकत्र होकर भारतीय किसान यूनियन के खिलाफ नारेबाजी की थी और हड़ताल पर चले गए थे. सीएमओ ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों से वार्ता की, लेकिन किसान डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जिद पर अड़े हुए थे.
वहां से नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पर जाकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया और वहीं पर आज नौवें दिन से लगातार धरना प्रदर्शन जारी रहा. भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ मार पिटाई करने वाले जिला अस्पताल के कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा लिखवाने की बात कहीं जा रही है. जिसको लेकर कलेक्ट्रेट गेट के सामने भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति के पदाधिकारियों ने धरना प्रदर्शन कर जिला अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस प्रशासन से मुकदमा लिखने की गुहार लगाई है.
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इसके विरोध में राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धर्मेंद्र सिंह जादौन के आवाह्न पर किसान कलेक्ट्रेट गेट पर धरने पर बैठ गए थे. धर्मेंद्र यादव ने बताया कि तीन माह में चार बार एक ही विभाग के चिकित्सक के खिलाफ मारपीट के मामले हो रहे हैं. बताया कि हमारे कार्यकर्ता पत्नी के साथ अल्ट्रासाउंड कराने विभाग में गया था. रिश्वतखोरी की बनाई गई वीडियो को नष्ट करने के लिए मोबाइल छीन लिया और तोड़ डाला. कार्यकर्ताओं का गला दबाया गया और बताया कि जब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा जब तक विभाग के 2 कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं होगी. धरने पर सुशील कुमार, राघव, विष्णु त्यागी, प्रीतम सिंह, सुभाष जाधव, जितेंद्र भाटी, सुनील कुमार, सुधीर चौधरी, रिंकू, आदि मौजूद रहे.
किसानों ने युवा सचिव के साथ पिटाई करने वाले चिकित्सक और स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की. एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने किसानों से बातचीत की और आश्वासन दिया कि 24 घंटे के अंतराल में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.