बुलंदशहर: आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से बुलंदशहर में बेहतर पुलिसिंग के लिए जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एन कोलांची के द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. इस दौरान एसएसपी द्वारा मातहतों को कई दिशा-निर्देश दिए गए हैं. जिसमें एक गांव, एक तमंचा थीम पर अवैध असलहे बनाने वाले और रखने वाले लोगों तक पुलिस पहुंच रही है. इसी बारे में जिले के एसएसपी एन कोलांची ने ईटीवी भारत से अपनी आगे की रणनीति साझा की.
कौन हैं पी एन कोलांची
- बुलंदशहर के एसएसपी और 2007 बैच के तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी हैं एन कोलांची
- अपराध पर नकेल कसने के लिए पुलिस दिन-रात एक किए हुए है
- एसएसपी अपने दफ्तर में कुछ ही समय तक नजर आते हैं. उसके बाद अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए क्षेत्र भ्रमण पर ही देखे जाते हैं
- इस भागदौड़ का आउटपुट भी निकलकर आ रहा है
- जिले में 18 अप्रैल को लोकसभा का मतदान होना है.
- जिले में गैर लाइसेंसी हथियार लेकर घूमने वाले लोगों पर पुलिस महकमा भारी पड़ रहा है.
- यही वजह है कि अवैध असलहा लेकर चलने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई यहां हुई है
- किसी भी तरह का आपराधिक ग्राफ बुलंदशहर में नहीं बढ़ने दिया जा रहा है
जिले में अपराध पर लगाम लगाने के लिए एक अलग फॉर्मूला तैयार किया है. एक गांव एक तमंचा पैटर्न पर चलते हुए जिले भर के प्रत्येक थाना क्षेत्रों में यह तय किया गया है कि हर गांव से ऐसे लोगों की धरपकड़ की जाए ,जो कि शौकिया या फिर क्षेत्र के अमन में खलल डालने के लिए अवैध असलहों को लेकर घूमा करते हैं. अब तक करीब 405 अवैध हथियार के साथ घूमने वालों को सलाखों के पीछे भेजा गया है. गलत तरीके से हथियार बनाने वाले कारखाने भी पकड़े हैं और दो दर्जन से ज्यादा पिस्टल रिवाल्वर ,रायफल बन्दूक भी पकड़ी गई हैं. शस्त्र बेचने वाले दुकानदारों की कुंडली भी खंगाली जाएंगी और इस काम के लिए जिले में तैनात पुलिस क्षेत्राधिकारियों को लगाया जा रहा है. अब तक कार्रवाई के दौरान पूरे जिले भर में डेढ़ करोड़ रुपये जप्त किये गए हैं.
एन. कोलांची, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, बुलन्दशहर