बुलंदशहर: दादरी तहसील के डेयरी स्कैनर की रहने वाले जितेंद्र भाटी की बेटी की छात्रा सुदीक्षा भाटी की सड़क हादसे में मौत हो गई. परिजनों के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ, जब सुदीक्षा भाटी अपने चाचा सत्येंद्र भाटी के साथ स्कूटी से अपने मामा के घर माधवगढ़ जा रही थी. सुदीक्षा के परिजनों का आरोप है कि रास्ते में बुलेट मोटर साइकिल से दो मनचले लगातार उनका पीछा कर रहे थे. मनचलों ने स्कूटी के आगे बुलेट लगा दी, इस कारण यह हादसा हुआ. हालांकि सुदीक्षा के चाचा के इस दावे का बुलंदशहर पुलिस निराधार बता रही है. पुलिस का दावा है कि स्कूटी सुदीक्षा का चाचा नहीं बल्कि उसका नाबालिग भाई निगम भाटी चला रहा था. डीएम रविन्द्र कुमार एवं एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने परिजनों के दावे का खंडन करते हुए कहा है कि इसमें कोई सत्यता नहीं है कि घटना के वक्त चाचा मौके पर थे. पुलिस ने अपने दावे के समर्थन में मंगलवार शाम एक वीडियो जारी किया है.
पुलिस के अनुसार, यह वीडियो घटना के तुरंत बाद का है. इस वीडियो में सुदीक्षा का भाई निगम भाटी पूरे घटनाक्रम की जानकारी दे रहा है. बुलन्दशहर प्रशासन की तरफ से जारी इस वीडियो में घटना के बारे में सुदीक्षा के छोटे भाई ने सिलसिलेवार ढंग से सारी बात बताई है. इस वीडियो में सुदीक्षा के भाई ने बताया कि वो लगभग 30 किलोमीटर की स्पीड पर स्कूटी चला रहे थे, तभी आगे वाली बाइक ने ब्रेक लगा दिए और उनकी स्कूटी अगली बाइक से टकरा गई. जिसमें वह दोनों नीचे गिर गए. इस दौरान सुदीक्षा को सिर में चोट लग गई.
बता दें कि बुलंदशहर में हुए इस दुखद हादसे की चर्चा हर तरफ हो रही है. विपक्ष के नेताओं द्वारा कानून व्यवस्था को लेकर कई आरोप भी लगाए जा रहे हैं, लेकिन वहीं जिला प्रशासन का दावा है कि उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले सुदीक्षा को अस्पताल पहुंचाया. वहीं उनका कहना है कि इस मामले में जो आरोप लगाए जा रहे हैं उनकी पड़ताल जारी है.