बुलंदशहर: पीएम आवास योजना (नगरीय) बुलन्दशहर में गड़बड़झाला करने वाली शासन से नामित कम्पनी आरईपीएल के इंजीनियरों और सर्वेयरों के खिलाफ जिले में टर्मिनेशन और एफआईआर की कार्रवाई पिछले काफी समय से की जा रही है. इससे डूडा विभाग की छवि पर भी फर्क पड़ा है. इस वजह से जिम्मेदार अधिकारी भी किसी के बहकावे में न आने की बात कह रहे हैं.
पैसे ऐंठने की शिकायतों पर लिया गया एक्शन
प्रधानमंत्री आवास योजना नगरीय में बुलंदशहर में लोगों से रुपये ठगने के मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन और डूडा विभाग की तरफ से ऐसे कई इंजीनियर और सर्वेयरों के खिलाफ यहां समय-समय पर मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया है. विभाग के जिम्मेदारों की मानें तो शासन से नामित एजेंसी आर ई पी एल के कर्मचारी जिनमें सर्वेयर और इंजीनियर शामिल हैं, उन्होंने कई बार पात्रों से उन्हें किश्त दिलाने के नाम पर रुपये ऐंठे. सत्यापन के नाम पर पात्र लाभार्थियों से पैसे ऐंठने की शिकायतों के बाद उनपर एक्शन लिया गया था. पिछले काफी समय से जिले भर में कहीं न कहीं इस तरह की शिकायतें मिलती रहीं और विभाग जांच में दोषी पाए जाने के बाद ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करता रहा.
कुछ माह पूर्व तो शासन से नामित आरईपीएल के दफ्तर में एक ऐसे ही मामले में जमकर हंगामा भी हुआ था. उपभोक्ताओं ने तब वहां पुलिस भी बुला ली थी, लेकिन बाद में बुलन्दशहर के प्रशासनिक अफसरों तक इस नामित कम्पनी की करतूत न पहुंचे इस वजह से बात को दबा लिया गया था. इस बारे में अब तक शासन से नामित एजेंसी आरईपीएल के 6 इंजीनियरों और 23 सर्वेयरों के खिलाफ टर्मिनेशन की कार्रवाई डूडा विभाग के अफसरों की संस्तुति पर की गई.
शिकायत पर तत्काल होगी कार्रवाई
पीओ डूडा आस मोहम्मद खान के मुताबिक सरकार की मंशा है कि गरीबों के अपने आशियाने हों और वे अनवरत इस कार्य में शासन की मंशा के मुताबिक कार्य कर रहे हैं. इसके बाद भी जो नामित संस्था के नुमाइंदों पर पात्रों से धन ऐंठने के जब भी मामले आते हैं तो इस पर जांच के बाद कठोर कदम उठाते हुए एफआईआर दर्ज कराई जाती है. उन्होंने कहा कि वे अपील भी करना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो मदद की जाती है, उसमें कहीं भी किसी भी पात्र को एक भी रुपया खर्च करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी आवास निर्माण कराने के नाम पर पैसा मांगता है तो उनकी शिकायत करें, जिस पर हम तत्काल कार्रवाई करेंगे.