बुलन्दशहर: जिले के पाहसू इलाके में सड़क के किनारे तड़प कर एक शख्स ने दम तोड़ दिया. परिवार के सदस्य इस शख्स को अपने घर में नहीं रखते थे. इस वजह से वह इधर-उधर भटकता रहता था. स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन ने भी समय-समय पर जाकर इसके लिए भोजन आदि की व्यवस्था कराई थी, लेकिन किसी लावारिस की तरह 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी.
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बुलंदशहर में सड़क किनारे तड़प-तड़प कर एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. इसके पीछे मृतक व्यक्ति के परिवार की लापरवाही उजागर हुई है. 55 वर्षीय दिनेश शर्मा की मौत की खबर जब स्थानीय पुलिस प्रशासन को लगी तो पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा करके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बता दें कि ये व्यक्ति करीब 20 दिन से सड़क किनारे बीमार अवस्था में भटकता रहता था. यह व्यक्ति अविवाहित था और परिजन इसे अपने साथ नहीं रखते थे. पिछले 20 दिन से इस शख्स की हालत खराब चल रही थी. इसके बावजूद जिले के प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी बीच-बीच में जाकर उसके लिए तमाम व्यवस्थाएं भी कराते थे.
इस बारे में ईटीवी भारत ने पहासू इन्सपेक्टर से बात की तो उन्होंने बताया कि भोजन पानी से लेकर अन्य सुविधाएं भी उस व्यक्ति के लिए उपलब्ध कराई जाती थीं. इस बारे में एसडीएम शिकारपुर का कहना है कि स्थानीय लोगों के जानकारी देने के बाद तहसील का प्रशासन भी इस व्यक्ति का ध्यान रखता था, लेकिन यह व्यक्ति काफी कमजोर था और कोरोना वायरस के चलते कोई उसके करीब नहीं जाता था. घर वाले इसे आखिर क्यों घर नहीं लेकर गए इस बारे में तो वह नहीं कह सकते, लेकिन प्रशासन से जितना बन पड़ा सहयोग किया गया.
एसडीएम वेदप्रिय आर्य ने बताया कि कोरोना काल में कोई भी व्यक्ति जहां सावधानी बरतने की वजह से एक-दूसरे से दूर रहते हैं, ऐसे में भी प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने इस व्यक्ति का भरपूर ध्यान रखा था, लेकिन सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है, विचलित करने वाला है. सड़क किनारे एक गुमटी में मृत अवस्था में पाए गए 55 वर्षीय दिनेश शर्मा को एक अच्छे परिवार से बताया गया है, लेकिन परिवार को शायद दिनेश से कोई जुड़ाव नहीं था. एसडीएम ने बताया कि व्यक्ति के परिवारीजनों को इस बारे में सूचित कर दिया है.