बुलन्दशहर: कक्षा 8 में पढ़ने वाले ओशो ने जिले का नाम रोशन किया है. ओशो ने भूटान में चल रही मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में दो गोल्ड अपने नाम कर लिए हैं. इससे ओशो के परिवार में जश्न का माहौल है. इससे पहले भी ओशो राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर चुके हैं. इस मौके पर ईटीवी भारत ने ओशो के परिजनों से बातचीत की.
भूटान में आयोजित मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में जीता गोल्ड मेडल
बुलंदशहर नगर के क्षेत्र अंतर्गत एक निजी स्कूल में कक्षा 8 में ओशो पढ़ते हैं. पिछले दो सालों में ओशो लगातार सफलता के नए आयाम स्थापित कर रहे हैं. 4 अक्टूबर को भूटान में आयोजित मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में यूपी से दो बच्चे प्रतिभाग करने गए थे, जिसमें ओशो भी एक हैं. ओशो ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए दो गोल्ड देश के नाम कर लिए हैं. मार्शल आर्ट में काटा और कुमिते में ओशो ने गोल्ड मेडल जीतकर अपना परचम लहरा दिया है. जैसे ही इसकी जानकारी भूटान से ओशो के कोच ने परिवार को दी, परिवार में जश्न का माहौल हो गया.
इसे भी पढ़ें:- उंगलियों का खेल: कैरम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रयागराज में हुई राज्य स्तरीय प्रतियोगिता
ईटीवी भारत ने ओशो के परिजनों से की बातचीत
ओशो की मां का कहना है कि अब तक के प्रदर्शन में सबसे अहम रोल ओशो के कोच का भी रहा है. ओशो ने करीब दो साल पहले मार्शल आर्ट की तरफ रुख किया. उसने जिला स्तर से मंडल स्तर और उसके बाद प्रदेश स्तर पर और फिर नेशनल के बाद इंटरनेशनल प्लेयर के तौर पर भी उन्हें मौका मिला. हाल ही में मई माह में ओशो जापान में कम्पीटिशन में हिस्सा लेने गए, लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा.
एक अक्टूबर को कम्पीटिशन में भाग लेने ओशो भूटान गये. 4 अक्टूबर को ओशो ने दो गोल्ड मेडल जीत भारत का नाम रोशन किया. परिवार में इससे खासा खुशी का माहौल है. ओशो की बहन ने बताया कि जब भाई के जीत के बारे में जानकारी मिली तो काफी देर तक वह यकीन नहीं कर पाई.