बिजनौर: उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से कई गांव पानी के तेज बहाव में बह गए, वहीं हादसे में बीस से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इस हादसे में अब तक कई लोग लापता भी बताए जा रहे हैं. बिजनौर जिले के मंडावली क्षेत्र के 7 मजदूर भी अभी तक लापता हैं. परिजनों द्वारा काफी संपर्क करने के बावजूद भी अभी तक मजदूरों से संपर्क नहीं हो सका है. इसको लेकर मजदूरों के परिजनों ने थाना मंडावली में तहरीर दी है.
ग्लेशियर फटने से जहां उत्तराखंड सहित आसपास के जनपदों में पानी आने की संभावना थी, वहीं उत्तराखंड में काम करने गए कई मजदूरों की मौत हो चुकी है, जबकि अभी तक कई मजदूर लापता बताए जा रहे हैं. जनपद बिजनौर के मंडावली थाना क्षेत्र के गांव राजपुर नवादा के 7 मजदूर अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. ठेकेदार द्वारा अरविंद, पंकज,वीर सिंह,संजय सिंह,मामराज, कमल, हिमांशु को मजदूरी करने के लिए ले जाया गया था. ग्लेशियर फटने के बाद परिजनों द्वारा जब इनसे संपर्क किया गया तो किसी भी मजदूर का फोन नहीं उठ रहा है. वहीं ठेकेदार भी फोन नहीं उठा रहा है.
लापता मजदूरों के परिजनों ने थाना मंडावली में एक रिपोर्ट दर्ज कराई है. वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार उत्तराखंड प्रशासन से लापता मजदूरों की जानकारी के बारे में पता किया जा रहा है. लेकिन अभी तक प्रशासन के आलाधिकारियों को इन मजदूरों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है.