बिजनौर : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद खास तौर से कोरोना संक्रमित मरीजों को ब्लैक फंगस नाम की बीमारी ने जकड़ना शुरू कर दिया है. बिजनौर में भी ब्लैक फंगस ने दस्तक देना शुरू कर दिया है. वहीं इलाज के अभाव में मजबूरन निजी ईएनटी चिकित्सक मरीजों को इलाज के लिए बाहर रैफर कर रहे हैं.
ब्लैक फंगस के मरीज मिले
डॉक्टर सुभाष राणा बिजनौर के जाने-माने ENT डॉक्टर के साथ IMA के जिला अध्यक्ष हैं. पिछले कई सालों से वो डॉक्टरी के पेशे में हैं. डॉक्टर सुभाष राणा की मानें तो पिछले 10 से 15 दिनों में 10 से ज़्यादा मरीज ब्लैक फंगस के आ चुके हैं. खास तौर से ये वो मरीज हैं जो कोरोना संक्रमित व शुगर के शिकार हैं.
जिले में इलाज ना होने के कारण मरीज जयपुर रेफर
बिजनौर जिले में ब्लैक फंगस की दवा की कमी की वजह से डॉक्टर मरीजों को बाहर इलाज कराने की सलाह दे रहे हैं. कोरोना संक्रमितों को डाक्टर ने सलाह दी है कि रोजाना शुगर लेवल चेक कराएं. ऑक्सीजन लेवल कम होने पर घर पर ऑक्सीजन कतई न लें. साथ ही कोरोना संक्रमित होने पर स्टेरॉयड्स की दवा लेने में जल्दबाजी ना करें.
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जिले के जाने-माने ईएनटी एक्सपर्ट की मानें तो पिछले साल इक्का-दुक्का ही मरीज ब्लैक फंगस के आए थे. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में रोजाना दो से तीन मरीज आ रहे हैं. हालांकि बिजनौर का स्वास्थ्य विभाग ब्लैक फंगस के आने की पुष्टि नहीं कर रहा है.