बिजनौर: संयुक्त किसान मजदूर संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम पंडित सोमवार को किसानों के साथ ट्रैक्टर पर सवार होकर धरना स्थल पर पहुंची. पूनम पंडित को बिजनौर के नुमाइश ग्राउंड पर जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन न करने के लिए रोका भी गया. बावजूद पूनम पंडित ने प्रशासन को खरी खोटी सुनाते हुए किसानों के साथ कलेक्ट्रेट ऑफिस के सामने चल रहे धरना में शामिल हुई. पूनम पंडित के पीछे सैकड़ो किसान कार्यकर्ता भी कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे. पूनम ने कई मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर एसडीएम सदर को एक ज्ञापन सौंपा.
किसानों ने ट्रैक्टर से रैली निकालकर किया प्रदर्शन: डीएम अंकित अग्रवाल द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन न करने को लेकर सभी किसान पार्टियों और अन्य दलों से पहले भी कहा गया था. इसी को लेकर किसानों के साथ आई पूनम पंडित को प्रशासन और पुलिस ने बिजनौर के नुमाइश ग्राउंड पर रोक दिया. जहां पर कुछ देर पुलिस और प्रशासन से बातचीत के दौरान पूनम पंडित ने भीड़ के साथ निकल गई.
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किसानों के प्रदर्शन पर रोक: इस दौरान पूनम पंडित ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बिजनौर जिला प्रशासन का मुखिया कलेक्ट्रेट ऑफिस प्रदर्शन करने पर यदि रोक लगाता है तो किसान अपनी मांगों के लिए कहां प्रदर्शन करेगा? उन्होंने प्रशासन को चेताया कि अगर आगे से किसानों को प्रदर्शन करने के लिए रोका गया तो इसी कलेक्ट्रेट में हजारों की संख्या में किसान पहुंचकर धरने पर बैठ जाएगा. पूनम पंडित ने कहा कि बिजनौर इंडिया के अंदर आता है, ना कि इसराइल में. बिजनौर की समस्या पर भी ध्यान दिया जाए. पूनम पंडित ने कहा कि मछली पालन की समस्या को लेकर लोग परेशान है. प्रशासन द्वारा मछली पालन के लिए भले ही स्कीम को चलाया जा रहा है लेकिन, उसका फायदा मछली पालन वालों को नहीं मिल रहा है. साथ ही खनन के नाम पर किसानों को परेशान किया जा रहा है. जो कतई उचित नहीं है.
किसानों को नहीं मिला बकाया पेमेंट: पूनम पंडित ने कहा कि भिलाई शुगर मिल द्वारा किसानों के गन्ने का बकाया पेमेंट समय से नहीं किया जा रहा है. जिसको लेकर किसान समय-समय पर प्रदर्शन करते रहे हैं. लेकिन, मिल मालिकों द्वारा व प्रशासन के अनदेखी के चलते किसानों का पेमेंट समय से नहीं हो रहा. जिसको लेकर बिजनौर डीएम को भिलाई शुगर मिल द्वारा किसानों का गन्ने का बकाया भुगतान जल्द करना चाहिए.
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