बिजनौरः लंबित मांगों को लेकर शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बिजनौर के कलेक्ट्रेट ऑफिस में किसानों के साथ धरना दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार किसानों को मुफ्त बिजली देने की बात कह रही है तो वहीं दूसरी ओर किसानों के घरों में मीटर लगाए जा रहे हैं. अब इंजीनियरों से यह पूछना है कि आखिर मीटर में मुफ्त बिजली कहां से आती है?
उन्होंने गन्ना भुगतान को लेकर भी सरकार को घेरा. कहा कि पहले सरकार ने कहा था कि 14 दिनों के भीतर किसानों के गन्ना बकाए का भुगतान हो जाएगा. इसके बाद ब्याज के साथ किसानों का पैसा देना पड़ेगा. हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. किसान बकाए को लेकर अभी भी परेशान है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के साथ केवल झूठे वादे किए. किसानों को न तो 14 दिनों के अंदर गन्ने का भुगतान किया गया और न ही प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को फ्री बिजली देने वाला वादा पूरा किया गया. पता चला है कि अब सरकार द्वारा किसानों के ट्यूबवेल पर भी बिजली के मीटर लगाए जाएंगे. इन मीटरों के लगने से किसानों को जहां काफी नुकसान है तो वही सरकार द्वारा किया गया वादा भी इस योजना से झूठा साबित हो रहा है. इन्हीं सब मांगों को लेकर हम धरने पर बैठे हैं. राकेश टिकैत ने कहा कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो 15 अगस्त तक यहां धरने पर बैठे रहेंगे. स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम हम यहीं मनाएंगे.
लखीमपुर खीरी में भी धरना देंगे राकेश टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत 18,19 और 20 अगस्त को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा मामले में किसानों को न्याय दिलाने को लेकर धरने पर बैठेंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि हम आजादी का जश्न तो मनाएं पर किसानों को कैसे भूल जाएं. किसानों के परिवारों की न्याय की लड़ाई जारी रहेगी. हम खीरी के डीएम के दफ्तर के सामने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग करेंगे और किसानों के परिवारो को न्याय दिलाने की आवाज उठाएंगे. ये न्याय की लड़ाई है जो जारी रहेगी. उनके साथ पंजाब के किसान नेता भी शिरकत करेंगे.
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