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CM राहत कोष धोखाधड़ी मामले में विजिलेंस टीम बस्ती से पांच अभियुक्तों को लेकर असम रवाना

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Published : Sep 4, 2020, 5:58 PM IST

असम में मुख्यमंत्री राहत कोष से धोखाधड़ी करके पैसे निकालने का मामला सामने आया था. इस मामले में उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के रहने वाले 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें लेकर विजिलेंस टीम असम के लिए रवाना हो गई है.

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पांचों अभियुक्त गिरफ्तार.

बस्ती: असम में मुख्यमंत्री राहत कोष से धोखाधड़ी करके पैसे निकालने का मामला सामने आया था. मुख्यमंत्री राहत कोष से फर्जी हस्ताक्षर करके बड़ा गोलमाल किया गया था. इस मामले में बस्ती से 5 आरोपी गिरफ्तार किये गये थे. फर्जीवाड़े के तार बस्ती से जुड़ने के बाद पुलिस ने जिले के थानों से ऐसे तत्वों की जांच पड़ताल शुरू की, जो दूसरे राज्यों मे रहते हैं. उनका इतिहास जालसाजी का रहा है. वहीं असम की विजिलेंस टीम अभियुक्तों को अपने साथ लेकर असम के लिए रवाना हो गई है.

मुख्य बिंदु

  • मामला असम में मुख्यमंत्री राहत कोष के खाते से फर्जी चेक लगाकर पैसे निकालने का है.
  • इस मामले में बस्ती के 5 अभियुक्त गिरफ्तार.
  • ट्रांजिट रिमांड पर असम विजिलेंस टीम के साथ पांचों अभियुक्त असम रवाना.
    असम मुख्यमंत्री राहत कोष धोखाधड़ी मामला.

जानें पूरा मामला
दरअसल, असम में मुख्यमंत्री कोष के खाते से फर्जी चेक लगाकर पैसे निकालने के मामले में जांच चल रही है. इन आरोपों की जांच कर रही असम की विजिलेंस टीम ने बस्ती पुलिस की मदद से जिले के पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. इसके बाद चार दिनों का ट्रांजिट रिमांड का आदेश मिलने पर सभी आरोपितों को लेकर टीम असम रवाना हो गई है. सभी आरोपितों पर असम के आर्थिक अपराध शाखा में 419, 420, 406, 409, 468 सहित अन्य धाराओं में कुछ महीने पहले ही मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मुकदमे में असम से एक टीम दो आरोपियों के खिलाफ वारंट लेकर यहां पहुंची थी. इनकी धरपकड़ के दौरान धोखाधड़ी में तीन और नाम सामने आये.

इसी आधार पर टीम ने कोतवाली के गांव गोड़िया निवासी मो. आसिफ, आरिफ, लालगंज थानांतर्गत गौरा निवासी रविन्द्र कुमार उर्फ मुन्ना यादव, हर्रैया थाना अंतर्गत तेनुआ निवासी लालजी और मुंडेरवा थाना अंतर्गत बनकसही निवासी सर्वेश राय को गिरफ्तार किया. असम से आई टीम ने सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दिया, जिसके बाद चार दिनों के ट्रांजिट रिमांड को कोर्ट ने स्वीकृति दे दी. आदेश मिलने के बाद टीम आरोपितों को लेकर असम के लिए रवाना हो गई.

वहीं, एएसपी रवीन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि असम के मुख्यमंत्री राहत कोष से फर्जी ट्रांजेक्शन हुए थे. असम पुलिस ने जब इसकी जांच की, तो यह पता चला कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के भी कुछ लोग इसमें शामिल हैं. इस जानकारी के बाद असम की पुलिस टीम आईपीएस अफ्सर के नेतृत्व में बस्ती आई थी. बस्ती पुलिस के सहयोग से बस्ती के 5 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है.

"जनपद में जालसाजों की लिस्ट तैयार की जा रही है. जालसाजों पर निगरानी भी रखी जा रही है. अगर कोई ऐसे मामलों में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी".
रवीन्द्र कुमार सिंह, एएसपी

बस्ती: असम में मुख्यमंत्री राहत कोष से धोखाधड़ी करके पैसे निकालने का मामला सामने आया था. मुख्यमंत्री राहत कोष से फर्जी हस्ताक्षर करके बड़ा गोलमाल किया गया था. इस मामले में बस्ती से 5 आरोपी गिरफ्तार किये गये थे. फर्जीवाड़े के तार बस्ती से जुड़ने के बाद पुलिस ने जिले के थानों से ऐसे तत्वों की जांच पड़ताल शुरू की, जो दूसरे राज्यों मे रहते हैं. उनका इतिहास जालसाजी का रहा है. वहीं असम की विजिलेंस टीम अभियुक्तों को अपने साथ लेकर असम के लिए रवाना हो गई है.

मुख्य बिंदु

  • मामला असम में मुख्यमंत्री राहत कोष के खाते से फर्जी चेक लगाकर पैसे निकालने का है.
  • इस मामले में बस्ती के 5 अभियुक्त गिरफ्तार.
  • ट्रांजिट रिमांड पर असम विजिलेंस टीम के साथ पांचों अभियुक्त असम रवाना.
    असम मुख्यमंत्री राहत कोष धोखाधड़ी मामला.

जानें पूरा मामला
दरअसल, असम में मुख्यमंत्री कोष के खाते से फर्जी चेक लगाकर पैसे निकालने के मामले में जांच चल रही है. इन आरोपों की जांच कर रही असम की विजिलेंस टीम ने बस्ती पुलिस की मदद से जिले के पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. इसके बाद चार दिनों का ट्रांजिट रिमांड का आदेश मिलने पर सभी आरोपितों को लेकर टीम असम रवाना हो गई है. सभी आरोपितों पर असम के आर्थिक अपराध शाखा में 419, 420, 406, 409, 468 सहित अन्य धाराओं में कुछ महीने पहले ही मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मुकदमे में असम से एक टीम दो आरोपियों के खिलाफ वारंट लेकर यहां पहुंची थी. इनकी धरपकड़ के दौरान धोखाधड़ी में तीन और नाम सामने आये.

इसी आधार पर टीम ने कोतवाली के गांव गोड़िया निवासी मो. आसिफ, आरिफ, लालगंज थानांतर्गत गौरा निवासी रविन्द्र कुमार उर्फ मुन्ना यादव, हर्रैया थाना अंतर्गत तेनुआ निवासी लालजी और मुंडेरवा थाना अंतर्गत बनकसही निवासी सर्वेश राय को गिरफ्तार किया. असम से आई टीम ने सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दिया, जिसके बाद चार दिनों के ट्रांजिट रिमांड को कोर्ट ने स्वीकृति दे दी. आदेश मिलने के बाद टीम आरोपितों को लेकर असम के लिए रवाना हो गई.

वहीं, एएसपी रवीन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि असम के मुख्यमंत्री राहत कोष से फर्जी ट्रांजेक्शन हुए थे. असम पुलिस ने जब इसकी जांच की, तो यह पता चला कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के भी कुछ लोग इसमें शामिल हैं. इस जानकारी के बाद असम की पुलिस टीम आईपीएस अफ्सर के नेतृत्व में बस्ती आई थी. बस्ती पुलिस के सहयोग से बस्ती के 5 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है.

"जनपद में जालसाजों की लिस्ट तैयार की जा रही है. जालसाजों पर निगरानी भी रखी जा रही है. अगर कोई ऐसे मामलों में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी".
रवीन्द्र कुमार सिंह, एएसपी

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