बस्ती : भ्रष्टाचारी अपने फायदे के लिए सारे नियमों को दरकिनार कर गरीबों का हक खुद डकार जाते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ है बस्ती जिले के भानपुर तहसील के बदौंगी गांव में. यहां एक गरीब परिवार के नाम पर सरकारी फाइलों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाली रकम का पैसा तो दर्ज कर लिया गया लेकिन वह पैसा उस गरीब परिवार को मिलने की बजाए किसी दूसरे शख्स के खाते में भेज दिया गया. मतलब फाइलों का रंग तो भले गुलाबी हो गया लेकिन हकीकत में पात्र अब तक अपने हिस्से की रकम के लिए तरस रहा है.
प्रधानमंत्री आवास की पात्रता सूची में नाम रहने और रकम स्वीकृत हो जाने के बाद भी रामनगर विकासखंड के बदौंगी गांव की शाहजहां खातून को आज छप्पर के नीचे गुजर बसर करना पड़ रहा है. इनके नाम पर आवास निर्माण के लिए एक लाख 10 हजार भेजा जा चुका है लेकिन यह पैसा शाहजहां खातून के खाते में न पहुंचकर किसी अन्य के खाते में पहुंच गया है.
पीड़ित शाहजहां का नाम पात्रता सूची में छठे नंबर पर है लेकिन सचिव और प्रधान द्वारा शाहजहां का खाता संख्या न दर्ज कराकर दूसरे का खाता संख्या दर्ज करा दिया गया. इतना ही नहीं, पात्र शाहजहां के नाम से 19 जनवरी 2021 को पहली किस्त के रूप में 40 हजार और 15 अप्रैल 2021 को दूसरी किस्त के रूप में 70 हजार रकम भेजी गई लेकिन वह रकम शाहजहां को नहीं मिली.
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पीड़िता का कहना है कि जब सबके नाम आवास की रकम पहुंच गई और उसके खाते में एक भी पैसा नहीं पहुंचा तो उसके द्वारा इस बात की शिकायत प्रधान और सचिव से कई बार की गई लेकिन सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता रहा. थक हारकर जब शाहजहां सच जानने के लिए बस्ती जिला मुख्यालय पहुंची, तब जाकर उसे सच्चाई की जानकारी हुई.
प्रधान ने जिस खाते में पात्र शाहजहां खातून का पैसा भेजा है उसका नाम भी शाहजहां से मिलता जुलता है. इसका फायदा उठाकर सरकारी धन का बंदरबांट कर लिया गया. पीड़ित का कहना है कि उसके ही गांव के रहने वाले शहनाज हुसैन के खाते में प्रधानमंत्री आवास योजना की रकम भेज दी गई. जबकि पात्रता सूची में उसका नाम भी नहीं है. ऐसे में साफ समझा जा सकता है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर जिम्मेदार ही किस तरह से गरीबों के हक का पैसा खुद डकार कर मलाई काट रहे हैं.
पीएम आवास योजना में जिले में बहुत बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है, जिसे एक संगठित गिरोह ने अंजाम दिया है. इस अपराध में जिम्मेदार अधिकार, कर्मचारी भी शामिल हैं. राम नगर ब्लॉक की बीडीओ मंजू द्विवेदी ने इस बारे में पूछने पर बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है, इसकी जांच करवाई जा रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके ऊपर कार्रवाई होगी. पात्र शाहजहां खातून का पैसा किसी और के खाते में भेजा जाना, घोर अनियमितता की श्रेणी में आता है. इसलिए यह गंभीर प्रकरण है.