बस्ती: विधानसभा चुनाव की मतगणना के एक दिन पहले सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को ईवीएम मशीन बदलने की आशंका के चलते गाड़ी चेक करना भारी पड़ गया है. जी हां क्योंकि अब पुलिस ने सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुरानी बस्ती थाना पर 7 मुकदमे दर्ज किए हैं. इसमें लगभग 100 लोगों पर पुलिस ने कार्रवाई भी शुरू कर दी है. इससे सपा कार्यकर्ताओं में रोष है और उनका कहना है कि जिले में चार सीटों पर सपा जीती है तब से लगातार फर्जी मुकदमे लगाकर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है.
इसके चलते सोमवार को उन्होंने डीएम से मुलाकात की है. जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चुनाव की मतगणना के दौरान सपा द्वारा अनैतिक तरीके से सरकारी गांडियों को रोका गया था और उसी मामले में कार्रवाई की गई है.
सपा के बस्ती सदर विधायक महेंद्र यादव ने कहा कि चुनाव आयोग की गाइड लाइन के अनुसार कोई भी गाड़ी स्ट्रांग रूम के 100 मीटर की परिधि के अंदर नहीं जा सकती है, इसलिए सपा के नेता और कार्यकर्ताओं ने स्ट्रांग रूम तक जाने वाली गाड़ियों को चेक करने का अनुरोध किया था, ताकि मतगणना में पारदर्शिता रहे. लेकिन अब पुलिस द्वारा इस बात का बदला निकाला जा रहा है और बिना वजह सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के घर पर रात में पुलिस छापेमारी करने के साथ ही महिलाओं को प्रताड़ित कर रही है.
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वहीं, एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया मतगणना से एक दिन पहले 9 मार्च को बड़ी संख्या में सपा नेता और कार्यकर्ता मंडी समिति पर जमे थे और ईवीएम मशीन बदलने की आशंका के लिए सपाइयों द्वारा हर एक गाड़ियों को चेक किया जा रहा था, जो कि साफ तौर पर सरकारी कामकाज में बाधा डालना है और इस मामले में 7 तहरीर प्राप्त हुई है और तहरीर के आधार पर 7 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसपर अब कार्रवाई की जा रही है.
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