बस्ती: जिले में कोरोना महामारी की वजह से इस बार ओलंपिक-डे पर किसी तरह का आयोजन नहीं हो पाया. पूरे दिन स्टेडियम में सन्नाटा पसरा रहा. कोरोना के दौरान आयोजन करने पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भीड़ की वजह से हो पाना मुश्किल था. इसलिए कोच और खिलाड़ियों ने भी किनारा कर लिया.
दरअसल, हर साल विश्व ओलम्पिक डे पर तमाम तरह के कार्यक्रम बस्ती जनपद के स्टेडियम में आयोजित किये जाते थे. इस दिन सैकड़ों जवान और बूढ़े दौड़, प्रदर्शनियों, संगीत और शैक्षिक सेमिनार के रूप में खेल गतिविधियों में भाग लेते थे. क्रीड़ाधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि स्टेडियम में किसी तरह के आयोजन नहीं कराए गए. इस तरह की कोई गाइडलाइन भी नहीं है लेकिन कोरोना को देखते हुए आयोजन स्थगित करने का फैसला लिया गया.
खिलाड़ी बरतें सावधानी
वहीं हैंडबाल संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राना दिनेश प्रताप सिंह ने कहा आयोजन की वजह से कोरोना के फैलने की संभावना बढ़ जाती, इसलिए इस पर रोक का फैसला सही था. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में खेल के साथ बचाव भी जरूरी है. खिलाड़ियों की सुरक्षा किसी भी आयोजन से ऊपर है. जब तक सुरक्षा की दृष्टि से कोरोना के ऊपर काबू नहीं पाया जाता, किसी भी तरह के बड़े आयोजन बन्द रहने चाहिये. उन्होंने कहा आज के दिन यही कहना है कि खिलाड़ी अपनी फिटनेस का ध्यान रखें, अपना बचाव करें.
बता दें कि जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 325 हो गई है. इसमें से अब तक 13 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है. साथ ही 229 पॉजिटिव मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं. फिलहाल अब जिले में 83 एक्टिव केस हैं.