बस्ती: शनिवार देर रात को सांसद हरीश द्विवेदी ने महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कॉलेज की व्यवस्थाओं को देखते हुए प्रिंसिपल को दिशा निर्देश भी दिए.
गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज 300 करोड़ की लागत से अभी निर्माणाधीन है. बारिश में कॉलेज की दीवारों और छत से पानी चूना शुरू हो गया है. लाइब्रेरी से लेकर प्रयोगशाला में दीवारों से पानी टपक रहा है. वहीं 60 छात्र-छात्राओं ने अभी कॉलेज में प्रवेश लिया है, कक्षाएं अभी शुरू भी नहीं हुई हैं और बिल्डिंग की गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने लगे हैं.
सांसद ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अभी मेडिकल कॉलेज बन रहा है. निर्माण के बाद अगर ये शिकायत आती है तो इस पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बस्ती काफी पिछड़ा था और उनके प्रयास से जिले को मेडिकल कॉलेज की उपलब्धि मिली है.
- बस्ती मेडिकल कॉलेज के भविष्य को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है.
- एमसीआई ने 29 मई को कॉलेज में एलओपी (लेटर ऑफ परमीशन) जारी कर दी है.
- प्रदेश के 12 मेडिकल कॉलेज की सूची में बस्ती मेडिकल कॉलेज का भी नाम शामिल है.
- मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से यह सूची जारी की गयी है.
- शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए अनुमति प्रदान की गई है.
- मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में 100 छात्र-छात्राओं को प्रवेश प्रदान किया जाएगा.
- बस्ती मेडिकल कॉलेज का मुख्य भवन सदर ब्लॉक के रामपुर गांव में बनाया गया है.
- चिकित्सा इकाई ओपेक चिकित्सालय कैली को बनाया गया है.
पिछले फरवरी माह में एमसीआई की टीम ने कॉलेज के निर्माणाधीन भवन व चिकित्सा इकाई में मौजूद संसाधनों का निरीक्षण किया था. इस निरीक्षण में जो भी कमियां मिली थीं, उसकी सूची तैयार कर दूर कराने का निर्देश अस्पताल प्रशासन व कार्यदायी संस्था को दिया गया था.