बस्ती: कोरोना का असर वैसे तो देश के हर क्षेत्र और हर व्यक्ति के काम काज पर रहा. वहीं सरकारी स्कूलों के छात्रों पर भी असर देखने को मिला. ज्यादातर गरीब तबके से आने वाले बच्चों को कम से कम यहां शिक्षा के साथ एक समय का भोजन भी मिल जा रहा था, जो कोरोना वायरस की वजह से ठप हो गया था. वहीं योगी सरकार ने पहल करते हुए छात्रों के भोजन के अधिकार को उन तक पहुंचाने का प्रयास शुरू कर दिया है. इसके लिए मिड डे मील का राशन घर तक और पैसा सीधे अभिभावक के बैंक अकाउंट में भेजने की योजना बनाई है. इस योजना के तहत जिले में एक जुलाई से काम शुरू भी हो गया है.
शासन के आदेश से शुरू हुआ आवंटन का कार्य
बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि शासनादेश के अनुसार हमने काम करना शुरू कर दिया है. जो पैसा सरकार की तरफ से आया था, उसको कुछ विद्यालयों में भिजवा भी दिया गया है. बाकी विद्यालयों को भी जल्द ही भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि विद्यालयों को छात्रों के नामांकन के हिसाब से धन आवंटन किया जा रहा है.
बेसिक शिक्षा विभाग ने मांगे हैं खातों की डिटेल
धन आवंटित होने के बाद विद्यालय छात्रों के अभिभावकों के खाते में पैसा भेजेंगे. इसके साथ ही अनाज भी छात्रों को दिया जाएगा. बीएसए ने कहा कि इसकी मॉनिटरिंग भी की जा रही है कि पैसा सही समय पर पहुंच रहा है कि नही. साथ ही विद्यालयों से अकाउंट डिटेल भी लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर संबंधित जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
इस हिसाब से भेजे जा रहे पैसे
बता दें कि जनपद के सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में नामांकित छात्रों की संख्या 1 लाख 37 हजार 380 है. इसमें 375 रुपये प्रति छात्र की दर से संबंधित अभिभावकों के खाते में ग्राम शिक्षा समिति पैसा भेज रही है. वहीं जनपद के सभी राजकीय, परिषदीय, सहायत प्राप्त, मदरसे और माध्यमिक विद्यालयों में नामांकित छात्र संख्या 69 हजार 413 है. इनको 561 रुपये प्रति छात्र की दर से विद्यालयों के माध्यम से अभिभावकों के खाते में भेजा जाएगा.