बस्ती: चीन से शुरू होकर लगभग 12 देशों में महामारी का रूप ले चुका कोरोना वायरस का असर जिले में भी दिखाई दे रहा है. कोरोना वायरस से बचाव की खबरें जिस तरह से चल रही हैं, इसकी वजह से बचाव के उपकरण बाजार से गायब हो गए हैं. दरअसल थोक व फुटकर दवा दुकानों पर मास्क नहीं मिल रहा है. मिल भी रहा है तो वह मार्केट रेट से दोगुने दाम पर बेचा जा रहा है. वहीं ज्यादातर दुकानदार महंगा होने के चलते मास्क व सेनिटाइजर मंगाना बंद कर दिए हैं.
अस्पतालों में मास्क सीमित मात्रा उपलब्ध
वहीं कुछ स्कूलों ने भी बच्चों को मास्क और सेनिटाइजर उपयोग करने के लिए कह दिया है. ऐसे में अब 65 रुपये का सेनेटाइजर 100 रुपये से भी अधिक रेट में बिक रहा है. साथ ही अच्छी क्वालिटी वाला मास्क भी पहले नहीं मिल रहा. अगर मिल भी रहा है तो वह 50-60 रुपये तक में बेचा जा रहा है. जिला और महिला अस्पताल समेत जिला क्षय रोग और कैली में मास्क सीमित मात्रा में जरूर उपलब्ध हैं. सीएचसी-पीएचसी का भी यहीं हाल है.
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दोगुने दाम पर बिक रहा मास्क
दवा कारोबारी नदीम अहमद ने बताया कि मास्क की कमी बाजार में हो गई है. लोग दोगुने दाम पर भी खरीद रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना को लेकर चल रहे अफवाहों का है.
वहीं साहू मार्केट के थोक दवा कारोबारी रजनीश जायसवाल के अनुसार जो मास्क थे वह बिक गए. मास्क आपूर्तिकर्ता अब महंगा दिया जा रहा हैं, इसलिए कम मंगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिले में इस वायरस का कोई असर ही नहीं है. लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है.
होली पर करे प्राकृतिक रंगों का ही प्रयोग
विद्यालय प्रबंधक एच पी चौधरी ने कहा कि सबको मास्क की जरूरत नहीं है. हालांकि बच्चों को निर्देश दिया है कि अगर सर्दी जुकाम हो तो मास्क का उपयोग करें. साफ सफाई रखें, होली पर रंगों से परहेज करें, सिर्फ प्राकृतिक रंगों का ही प्रयोग करें.