बस्ती: नार्थ ईस्टर्न रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल शुक्रवार को बस्ती पहुंचे. उन्होंने प्लेटफार्म, पार्सल घर, पेयजल, शौचालय, वाशिंग पिट का जायजा लिया. महाप्रबन्धक राजीव अग्रवाल ने मीडिया से कहा कि नार्थ ईस्टर्न रेलवे 2 हजार करोड़ के घाटे में है.
जीएम राजीव अग्रवाल ने कहा कि भारतीय रेलवे में पैसेंजर सर्विस घाटे में चल रही है. नार्थ ईस्टर्न रेलवे का खर्चा 55 सौ करोड़ है, जबकि कमाई सिर्फ 35 सौ करोड़ रुपए की है. इसकी वजह से हम 2 हजार करोड़ के घाटे में चल रहे हैं. जीएम ने कहा कि तेजस को आईआरसीटीसी को रेलवे के ही पीएसयू को चलाने के लिए दिया गया है. इसी तर्ज पर कुछ और ट्रेनों को भी चलाने की तैयारी है. चाहे वह रेलवे की पीएसयू हो या प्राइवेट.
ये भी पढ़ें- वाराणसी: सीएम योगी ने रैन बसेरा का किया निरीक्षण, गरीबों को बांटे कंबल
उन्होने कहा कि प्राइवेट कम्पनी अपनी ट्रेन भी ला सकती हैं. कुछ ट्रेनों को निजी हाथों में इसलिए दिया जाता है ताकि घाटे को पूरा किया जा सके. रेलवे की मंशा है कि जनता पर किसी तरह का बोझ न पड़े और घाटा भी पूरा कर लिया जाए.
ये भी पढ़ें- CAA विरोध: 498 उपद्रवियों की हुई पहचान, वसूला जाएगा हर्जाना
बस्ती रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करते हुए जीएम राजीव अग्रवाल ने इस बात का दावा किया कि रेलवे स्टेशन को आदर्श रेलवे स्टेशन बनाने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है. हालांकि वाशिंग पिट के लिए अभी बजट नहीं आएगा. साथ ही ट्रेनों की देरी पर जीएम ने कहा कि ट्रैक को ठीक किया जा रहा है, जिससे एक्सीडेंट का प्रतिशत कम हो गया है. ये गर्व की बात है.