बस्तीः जनपद के हर्रैया थाना (Harraya Police Station) के एनएच 28 (NH 28) के किनारे 4 दिसंबर को युवक की हत्या कर शव फेंका गया था. जिसकी पहचान अयोध्या निवासी राम नरेश के रूप में हुई थी. पुलिस ने बुधवार को इस हत्या का खुलासा करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि शव के कपड़ों की जेब से मिले आधार कार्ड से मृतक की पहचान हुई. जिसके बाद पुलिस की टीम इस हत्याकांड के खुलासे में लग गई. पुलिस की जांच में प्रेम प्रसंग में हत्या करने का मामला सामने आया. इसके बाद पुलिस ने रामनरेश के दोस्त शत्रुघ्न और उसके भाई शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से हत्या में उपयोग की गई बाइक, अभियुक्त के घटना के समय पहने गए कपड़े और घटना में प्रयुक्त लोहे की रॉड भी बरामद की गई. दोनों अभियुक्तों के खिलाफ धारा 302, 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि एक ही लड़की से अभियुक्त शत्रुघ्न निषाद और मृतक राम नरेश फोन पर बात करते थे. लेकिन दोनों दोस्तों को ये जानकारी नहीं थी कि दोनों एक ही लड़की से बात करते हैं. बीते 3 दिसंबर को बाइक से शत्रुघ्न निषाद और मृतक रामनरेश लड़की से मिलने बाइक से खलीलाबाद गए थे. खलीलाबाद के तामेश्वरनाथ के पास एक विद्यालय में राम नरेश अपनी प्रेमिका से मिलने एक विद्यालय में गया. जब वह लड़की से मिलकर आया तो शत्रुघ्न ने कहा कि मैं भी उसी लड़की से बात करता हूं. इसपर मृतक रामनरेश ने शत्रुघ्न को थप्पड़ मार दिया. इसके बाद शत्रुघ्न ने लोहे की रॉड से रामनरेश के सिर पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद शत्रुघन रामनरेश का शव छिपाने के लिए ले अयोध्या जा रहा था. इसी दौरान लोगों की डर की वजह से रात में शव को हर्रैया क्षेत्र में झाड़ियों में रामनरेश का शव छिपा दिया था. इसके साथ लोहे के रॉड को हाईवे के किनारे छिपाकर घर चला गया. घर पहुंचकर शत्रुघ्न ने अपने भाई शिव कुमार को पूरी घटना के बारे में बताया. इसके बाद अभियुक्त के भाई ने कपड़ों को जलाकर सुबूत मिटा दिया.
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