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बस्ती: कबीर हत्याकांड की जांच एसआईटी के हाथ, अनशन खत्म

यूपी के बस्ती में कबीर हत्याकांड में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर 18 नवम्बर से परिजन अनशन पर बैठे थे. जिले के आलाधिकारियों के साथ सांसद हरीश द्विवेदी ने एक बार फिर परिजनों को समझाया, जिसके बाद आमरण अनशन समाप्त कराया गया.

परिजनों का आमरण अनशन समाप्त.
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Published : Nov 23, 2019, 9:38 PM IST

बस्ती: जिले में कबीर हत्याकांड में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर 18 नवम्बर से परिजन अनशन पर बैठे थे. तमाम मान मनुहार करने के बाद भी परिजन अनशन खत्म करने को तैयार नहीं हुए. वहीं शनिवार को परिजन विनीत तिवारी की तबियत अचानक ज्यादा खराब हो गई.

इसके बाद आनन फानन में एएसपी और एडीएम, कोतवाल मौके पर पहुंचे. धरना पर बैठे सभी लोगों की जिद थी कि हम किसी भी हाल में धरना से नहीं उठेंगे और न ही इलाज कराएंगे. जिले के आलाधिकारियों के साथ सांसद हरीश द्विवेदी ने एक बार फिर परिजनों को समझाया. इसके बाद आमरण अनशन समाप्त कराया गया.

कबीर हत्याकांड की जांच एसआईटी के हाथ.
लचर व्यवस्था की सबके सामने खुली पोल
विनीत तिवारी की तबीयत बिगड़ने पर एसपी ने सीएमओ सहित डॉक्टर और एम्बुलेंस मौके पर मंगाया. यहीं जिला अस्पताल प्रशासन की लचर व्यवस्था की पोल सबके सामने खुल गई. जिसको देखकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान हो गए. दरअसल पहले तो खुद एसपी के कॉल करने पर सीएमओ ने फोन नहीं उठाया.

वहीं धरनास्थल पर जो सिलेंडर विनीत तिवारी को लगाने के लिए लाया गया वह किसी तरह चला. नाराज भीड़ ने सीएमओ को खरी खोटी सुना डाली. इसके साथ ही कबीर के परिजनों और मौजूद लोगों ने एसपी समेत पूरे पुलिस विभाग को जमकर कोसा.

सांसद हरीश द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया
मृतक कबीर के परिजन जनपद पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नही थे, जिसकी वजह से लगातार विवेचना पर सवाल उठ रहे थे. सांसद ने कहा कि परिजनों की मांग को लेकर परसों सभी विधायकों और जिलाध्यक्ष के पत्र के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की गई और एसआईटी की मांग की गई थी. आज प्रमुख सचिव गृह से जानकारी मिली है कि एसआईटी गठित कर दी गई जो आगे की जांच और विवेचना करेगी. इससे संतुष्ट होकर आमरण अनशन खत्म कर दिया गया है.

डीएम आशुतोष निरंजन ने भी एनआईटी गठन की पुष्टि करते हुए बताया
मुझे प्रमुख सचिव गृह ने दूरभाष पर जानकारी दी कि कबीर हत्याकांड की जांच अब एसआईटी करेगी, जिसका आदेश भी जारी कर दिया गया है. कबीर के परिजनों ने अनशन खत्म कर दिया है.

इसे भी पढ़ें- बस्ती: सीएम के आश्वासन के बाद भी नहीं माने अनशनकारी, बैरंग लौटे सांसद

बस्ती: जिले में कबीर हत्याकांड में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर 18 नवम्बर से परिजन अनशन पर बैठे थे. तमाम मान मनुहार करने के बाद भी परिजन अनशन खत्म करने को तैयार नहीं हुए. वहीं शनिवार को परिजन विनीत तिवारी की तबियत अचानक ज्यादा खराब हो गई.

इसके बाद आनन फानन में एएसपी और एडीएम, कोतवाल मौके पर पहुंचे. धरना पर बैठे सभी लोगों की जिद थी कि हम किसी भी हाल में धरना से नहीं उठेंगे और न ही इलाज कराएंगे. जिले के आलाधिकारियों के साथ सांसद हरीश द्विवेदी ने एक बार फिर परिजनों को समझाया. इसके बाद आमरण अनशन समाप्त कराया गया.

कबीर हत्याकांड की जांच एसआईटी के हाथ.
लचर व्यवस्था की सबके सामने खुली पोल
विनीत तिवारी की तबीयत बिगड़ने पर एसपी ने सीएमओ सहित डॉक्टर और एम्बुलेंस मौके पर मंगाया. यहीं जिला अस्पताल प्रशासन की लचर व्यवस्था की पोल सबके सामने खुल गई. जिसको देखकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान हो गए. दरअसल पहले तो खुद एसपी के कॉल करने पर सीएमओ ने फोन नहीं उठाया.

वहीं धरनास्थल पर जो सिलेंडर विनीत तिवारी को लगाने के लिए लाया गया वह किसी तरह चला. नाराज भीड़ ने सीएमओ को खरी खोटी सुना डाली. इसके साथ ही कबीर के परिजनों और मौजूद लोगों ने एसपी समेत पूरे पुलिस विभाग को जमकर कोसा.

सांसद हरीश द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया
मृतक कबीर के परिजन जनपद पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नही थे, जिसकी वजह से लगातार विवेचना पर सवाल उठ रहे थे. सांसद ने कहा कि परिजनों की मांग को लेकर परसों सभी विधायकों और जिलाध्यक्ष के पत्र के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की गई और एसआईटी की मांग की गई थी. आज प्रमुख सचिव गृह से जानकारी मिली है कि एसआईटी गठित कर दी गई जो आगे की जांच और विवेचना करेगी. इससे संतुष्ट होकर आमरण अनशन खत्म कर दिया गया है.

डीएम आशुतोष निरंजन ने भी एनआईटी गठन की पुष्टि करते हुए बताया
मुझे प्रमुख सचिव गृह ने दूरभाष पर जानकारी दी कि कबीर हत्याकांड की जांच अब एसआईटी करेगी, जिसका आदेश भी जारी कर दिया गया है. कबीर के परिजनों ने अनशन खत्म कर दिया है.

इसे भी पढ़ें- बस्ती: सीएम के आश्वासन के बाद भी नहीं माने अनशनकारी, बैरंग लौटे सांसद

Intro:बस्ती न्यूज रिपोर्ट
प्रशांत सिंह
9161087094
8317019190

बस्ती: बहुचर्चित कबीर हत्याकांड में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर 18 नवम्बर से परिजन अनशन पर बैठे थे. तमाम मान मनुहार करने के बाद भी परिजन अनशन खत्म करने को तैयार नही हुए, जिससे प्रशासन की नींद हराम हो गयी. वहीं आज उस वक्त माहौल गरमा गया जब विनीत तिवारी की तबियत अचानक ज्यादा खराब हो गयी, जिसके चलते जिला प्रशासन का हाथ पांव फूल गए.

जिसके बाद आनन फानन में एएसपी और एडीएम ,कोतवाल मौके पर पहुँचे लेकिन किसी ने उनकी एक नही सुनी धरना पर बैठे सभी लोगों का यह जिद था कि हम किसी भी हाल में धरना से नही उठेंगे और न ही इलाज़ कराएंगे. माहौल बिगड़ते देख एसपी हेमराज मीणा भी मौके पर पहुंचे.

विनीत तिवारी की तबियत बिगड़ने पर एसपी ने सीएमओ सहित डॉक्टर और एम्बुलेंस मौके पर मंगाया. लेकिन यहीं जिला अस्पताल प्रशासन की लचर व्यवस्था की पोल सबके सामने खुल गयी. जिसको देखकर वहाँ मौजूद सभी लोग हैरान हो गए. दरअसल पहले तो खुद एसपी के काल करने पर सीएमओ ने फोन नही उठाया, वहीँ धरनास्थल पर जो सीलेंडर विनीत तिवारी को लगाने के लिए लाया गया वह किसी तरह चला. जिससे नाराज भीड़ ने सीएमओ को खरी खोटी सुना डाली. साथ ही एसपी समेत पूरे पुलिस विभाग को कबीर के परिजनों और मौजूद लोगों ने जमकर कोसा.

पूरे दिन के गहमागहमी के बाद शाम को धरनास्थल पर पहुंचे जिले के आलाधिकारियों के साथ सांसद हरीश द्विवेदी ने एक बार फिर परिजनों को समझाया, जिसके बाद अनशन समाप्त कराया गया.

Body:सांसद हरीश द्विवेदी ने बताया कि मृतक कबीर के परिजन जनपद पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नही थे, जिसकी वजह से लगातार विवेचना पर सवाल उठ रहे थे. सांसद ने कहा कि परिजनों की मांग को लेकर परसों सभी विधायकों और जिलाध्यक्ष के पत्र के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की गई और एसआईटी की मांग की गई थी. जिसके बाद आज प्रमुख सचिव गृह से जानकारी मिली है कि एसआईटी गठित कर दी गयी जो आगे की जांच और विवेचना करेगी. इससे संतुष्ट होकर आमरण अनशन खत्म कर दिया गया है.

वहीं डीएम आशुतोष निरंजन ने भी एनआईटी गठन की पुष्टि करते हुए बताया कि मुझे प्रमुख सचिव गृह ने दूरभाष पर जानकारी दिनकी कबीर हत्याकांड की जांच अब एसआईटी करेगी, जिसका आदेश भी जारी कर दिया गया है. जिसके बाद कबीर के परिजनों ने अनशन खत्म कर दिया है.

बाइट...सांसद, हरीश द्विवेदी
बाइट...डीएम आशुतोष निरंजनConclusion:
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