बस्ती: जिले में कबीर हत्याकांड में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर 18 नवम्बर से परिजन अनशन पर बैठे थे. तमाम मान मनुहार करने के बाद भी परिजन अनशन खत्म करने को तैयार नहीं हुए. वहीं शनिवार को परिजन विनीत तिवारी की तबियत अचानक ज्यादा खराब हो गई.
इसके बाद आनन फानन में एएसपी और एडीएम, कोतवाल मौके पर पहुंचे. धरना पर बैठे सभी लोगों की जिद थी कि हम किसी भी हाल में धरना से नहीं उठेंगे और न ही इलाज कराएंगे. जिले के आलाधिकारियों के साथ सांसद हरीश द्विवेदी ने एक बार फिर परिजनों को समझाया. इसके बाद आमरण अनशन समाप्त कराया गया.
वहीं धरनास्थल पर जो सिलेंडर विनीत तिवारी को लगाने के लिए लाया गया वह किसी तरह चला. नाराज भीड़ ने सीएमओ को खरी खोटी सुना डाली. इसके साथ ही कबीर के परिजनों और मौजूद लोगों ने एसपी समेत पूरे पुलिस विभाग को जमकर कोसा.
सांसद हरीश द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया
मृतक कबीर के परिजन जनपद पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नही थे, जिसकी वजह से लगातार विवेचना पर सवाल उठ रहे थे. सांसद ने कहा कि परिजनों की मांग को लेकर परसों सभी विधायकों और जिलाध्यक्ष के पत्र के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की गई और एसआईटी की मांग की गई थी. आज प्रमुख सचिव गृह से जानकारी मिली है कि एसआईटी गठित कर दी गई जो आगे की जांच और विवेचना करेगी. इससे संतुष्ट होकर आमरण अनशन खत्म कर दिया गया है.
डीएम आशुतोष निरंजन ने भी एनआईटी गठन की पुष्टि करते हुए बताया
मुझे प्रमुख सचिव गृह ने दूरभाष पर जानकारी दी कि कबीर हत्याकांड की जांच अब एसआईटी करेगी, जिसका आदेश भी जारी कर दिया गया है. कबीर के परिजनों ने अनशन खत्म कर दिया है.
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