बस्ती: उत्तर प्रदेश में भू-माफिया के खिलाफ सरकार सफाई अभियान चला रही है, लेकिन बस्ती जिले में भू माफिया के हौसले इस कदर बुलंद है कि वे पुलिस के साथ मिलकर सरेआम अवैध कब्जा करते नजर आ रहे हैं. दबंगों के गुंडई के आगे स्थानीय पुलिस और तहसील प्रशासन पूरी तरीके से नतमस्तक हो चुका है. अवैध निर्माण में वे दबंगों का पूरा साथ दे रहे हैं. दलित परिवार के लोगों का कहना है कि उन लोगों ने एक साल पहले जमीन का बैनामा कराया था, लेकिन आज वही लोग उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, जिन लोगों ने उन्हें जमीन बेची थी.
घर के सामने खड़ी कर दी जबरन दीवार
पीड़ित आशा देवी हरैया तहसील के एसडीएम नंदकिशोर कलाल को लिखित शिकायत दी, तो उन्होंने तत्काल दबंगों के अवैध निर्माण पर रोक लगाई. इसके बावजूद स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से दलित परिवार के मकान के सामने जबरदस्ती दीवार बनाई जा रही है. छावनी थाना क्षेत्र स्थित कमलपुर गांव निवासी दबंग शंभू नाथ सिंह पीड़िता के मकान के सामने जबरन दीवार खड़ी कर रहे हैं. जिस वजह से दलित परिवार अपने ही घर में कैद हो गया है.
पुलिस ने पीड़ित को धमकाया
पीड़ित महिला आशा देवी का कहना है कि उन्होंने जमीन रजिस्ट्री कराई थी और इस आधार पर उनका उस जमीन पर कब्जा भी था, लेकिन तहसील और पुलिस प्रशासन से मिलकर जमीन बैनामा करने वाले दबंगों ने उनकी जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया और घर के सामने आनन-फानन में दीवार खड़ी कर दी. इसका विरोध करने पर छावनी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उल्टा पीड़ित परिवार को धमकाते हुए कार्रवाई करने की बात कही. अब तहसील और पुलिस के अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं. अब पीड़ित अपने परिवार के साथ अपना घर बार छोड़कर पलायन करने को मजबूर हो गई है.
हरैया तहसील के एसडीएम नंदकिशोर कलाल ने बताया कि निजी जमीन के मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं, लेकिन अगर कोई शांति व्यवस्था उत्पन्न करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. एसपी हेमराज मीणा ने गंभीरता दिखाते हुए थाना प्रभारी को दबंगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है. उन्होंने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही है, लेकिन थानेदार ने दलित परिवार पर कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर लिया. वहीं दबंगों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. हालांकि एसपी ने साफ तौर पर दोनों पक्षों के खिलाफ समान कार्रवाई के आदेश दिए थे.