ETV Bharat / state

बस्ती मेडिकल कॉलेज में फर्जी नियुक्ति का खेल, 24 बेरोजगार बने शिकार

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया है. यहां मेडिकल कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों की नियुक्ति के नाम पर 24 लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया गया. वहीं मेडिकल कॉलेज प्रशासन पूरे मामले में इस नियुक्ति प्रक्रिया को फर्जी बताते हुए इससे इंकार कर दिया है.

बस्ती मेडिकल कॉलेज
बस्ती मेडिकल कॉलेज
author img

By

Published : Jan 9, 2021, 12:05 PM IST

बस्ती: नियुक्ति के मामले को लेकर चर्चा में रहने वाला बस्ती मेडिकल कॉलेज एक बार फिर से सूर्खियों में है. इससे पहले भी बस्ती मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति को लेकर जिले के सांसद और विधायकों के सिफारिश पत्र सामने आ चुके हैं. इस बार जालसाजों ने बेरोजगारों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया. जालसाजों ने महर्षि वशिष्ठ स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय बस्ती में चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के नाम पर 24 लोगों की नियुक्ति कर दी. यह नियुक्ति संविदा की बताते हुए हाईकोर्ट में दायर याचिका के अधीन करना बताया गया. इस नियुक्ति के फर्जी होने का खुलासा उस समय हुआ, जब नियुक्त आदेश लेकर एक अभ्यर्थी ज्वाइन करने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचा. प्रधानाचार्य ने नियुक्त आदेश पर अपने हस्ताक्षर को फर्जी बताते हुए कहा कि मामले की रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है.

मेडिकल कॉलेज ने नियुक्ति से किया इंकार.

कार्यालय निर्देशक (निदेशक) प्रशासन चिकित्सा एवं स्वासथ्य सेवाएं महर्षि वशिष्ठ स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय बस्ती, उत्तर प्रदेश लखनऊ के लेटर हेड पर नियुक्त आदेश पत्र जारी किया गया है. पत्रांक संख्या और विज्ञापन संख्या दिखाते हुए यह नियुक्ति आदेश 3 नवंबर 2011 को जारी किया गया, जिसमें तीन बिन्दुओं में नियुक्ति संबंधी विवरण दिया गया है. पहले दो बिन्दुओं पर कहा गया है कि यह नियुक्ति संविदा के आधार पर हाईकोर्ट में विचाराधीन याचिका 1119-20 रामनगीना मौर्या बनाम अन्य तथा 50066 अनिल मिश्रा बनाम अन्य एवं उत्तर प्रदेश सरकार में पारित अंतिम आदेश के अधीन होगी. दूसरे बिन्दु पर भी यही बात लिखी गई है. तीसरे बिन्दु में कहा गया है कि चयनित अभ्यर्थी का शैक्षिक अंकपत्र, प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र व अन्य प्रमाण पत्र सत्यापन के बाद फर्जी पाया जाता है तो बिना किसी सूचना के उनकी नियुक्त रद्द कर दी जाएगी.

इसके बाद क्रम संख्या 21 से लेकर 44 तक कुल 25 लोगों के नाम, पिता के नाम व पता लिखे हुए हैं. एक अभ्यर्थी के आगे कैसिंल व शेष 24 को नियुक्त बताया गया है. इसमें 19 बस्ती, गोरखपुर के दो और संतकबीरनगर के दो अभ्यर्थी शामिल हैं. नियुक्त पत्र पर नीचे प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज का नाम लिखते हुए हस्ताक्षर बनाया गया है. नियुक्ति आदेश की प्रति सचिव उत्तर प्रदेश शासन, अपर निदेशक प्रशासन, संयुक्त निदेशक कार्मिक, वरिष्ठ लेखधिकारी, मंडलीय अपर निदेशक समेत अन्य अस्पतालों को किया गया है. नियुक्त आदेश में ज्वाइनिंग के लिए एक जनवरी 2021 की तिथि निर्धारित की गई है. मेडिकल कॉलेज में पिछले एक जनवरी से एक-एक कर अभ्यर्थी ज्वाइंन करने पहुंच रहे हैं. मेडिकल कॉलेज प्रशासन इन्हें पत्र को फर्जी बताते हुए लौटा रहा है.

प्रधानाचार्य प्रो. नवनीत कुमार ने कहा कि उनके फर्जी हस्ताक्षर से यह फर्जी लेटर जारी किया गया है. इसका मेडिकल कॉलेज से कोई लेना-देना नहीं है. इस संबंध में कोई विज्ञापन मेडिकल कॉलेज ने नहीं प्रकाशित कराया है. बेरोजगार किसी के बहकावे में न आवें और वह जालसाजों की सूचना जिला प्रशासन और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को दें. प्रधानाचार्य ने डीएम को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि किसी जालसाज ने मेरे फर्जी हस्ताक्षर से फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किया है.

बस्ती: नियुक्ति के मामले को लेकर चर्चा में रहने वाला बस्ती मेडिकल कॉलेज एक बार फिर से सूर्खियों में है. इससे पहले भी बस्ती मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति को लेकर जिले के सांसद और विधायकों के सिफारिश पत्र सामने आ चुके हैं. इस बार जालसाजों ने बेरोजगारों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया. जालसाजों ने महर्षि वशिष्ठ स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय बस्ती में चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के नाम पर 24 लोगों की नियुक्ति कर दी. यह नियुक्ति संविदा की बताते हुए हाईकोर्ट में दायर याचिका के अधीन करना बताया गया. इस नियुक्ति के फर्जी होने का खुलासा उस समय हुआ, जब नियुक्त आदेश लेकर एक अभ्यर्थी ज्वाइन करने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचा. प्रधानाचार्य ने नियुक्त आदेश पर अपने हस्ताक्षर को फर्जी बताते हुए कहा कि मामले की रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है.

मेडिकल कॉलेज ने नियुक्ति से किया इंकार.

कार्यालय निर्देशक (निदेशक) प्रशासन चिकित्सा एवं स्वासथ्य सेवाएं महर्षि वशिष्ठ स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय बस्ती, उत्तर प्रदेश लखनऊ के लेटर हेड पर नियुक्त आदेश पत्र जारी किया गया है. पत्रांक संख्या और विज्ञापन संख्या दिखाते हुए यह नियुक्ति आदेश 3 नवंबर 2011 को जारी किया गया, जिसमें तीन बिन्दुओं में नियुक्ति संबंधी विवरण दिया गया है. पहले दो बिन्दुओं पर कहा गया है कि यह नियुक्ति संविदा के आधार पर हाईकोर्ट में विचाराधीन याचिका 1119-20 रामनगीना मौर्या बनाम अन्य तथा 50066 अनिल मिश्रा बनाम अन्य एवं उत्तर प्रदेश सरकार में पारित अंतिम आदेश के अधीन होगी. दूसरे बिन्दु पर भी यही बात लिखी गई है. तीसरे बिन्दु में कहा गया है कि चयनित अभ्यर्थी का शैक्षिक अंकपत्र, प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र व अन्य प्रमाण पत्र सत्यापन के बाद फर्जी पाया जाता है तो बिना किसी सूचना के उनकी नियुक्त रद्द कर दी जाएगी.

इसके बाद क्रम संख्या 21 से लेकर 44 तक कुल 25 लोगों के नाम, पिता के नाम व पता लिखे हुए हैं. एक अभ्यर्थी के आगे कैसिंल व शेष 24 को नियुक्त बताया गया है. इसमें 19 बस्ती, गोरखपुर के दो और संतकबीरनगर के दो अभ्यर्थी शामिल हैं. नियुक्त पत्र पर नीचे प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज का नाम लिखते हुए हस्ताक्षर बनाया गया है. नियुक्ति आदेश की प्रति सचिव उत्तर प्रदेश शासन, अपर निदेशक प्रशासन, संयुक्त निदेशक कार्मिक, वरिष्ठ लेखधिकारी, मंडलीय अपर निदेशक समेत अन्य अस्पतालों को किया गया है. नियुक्त आदेश में ज्वाइनिंग के लिए एक जनवरी 2021 की तिथि निर्धारित की गई है. मेडिकल कॉलेज में पिछले एक जनवरी से एक-एक कर अभ्यर्थी ज्वाइंन करने पहुंच रहे हैं. मेडिकल कॉलेज प्रशासन इन्हें पत्र को फर्जी बताते हुए लौटा रहा है.

प्रधानाचार्य प्रो. नवनीत कुमार ने कहा कि उनके फर्जी हस्ताक्षर से यह फर्जी लेटर जारी किया गया है. इसका मेडिकल कॉलेज से कोई लेना-देना नहीं है. इस संबंध में कोई विज्ञापन मेडिकल कॉलेज ने नहीं प्रकाशित कराया है. बेरोजगार किसी के बहकावे में न आवें और वह जालसाजों की सूचना जिला प्रशासन और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को दें. प्रधानाचार्य ने डीएम को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि किसी जालसाज ने मेरे फर्जी हस्ताक्षर से फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.