बस्तीः शहर की तर्ज पर नगर पंचायत बभनान वासियों को शुद्ध जल के लिए शासन ने वर्ष 2010- 11 में 3 करोड़ 99 लाख रुपये खर्च कर ओवरहेड टैंक का निर्माण कराया था. इसके बाद लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब शुद्ध जल नसीब होगा, लेकिन 10 साल बाद भी न तो पूरी तरीके से वाटर सप्लाई का कनेक्शन हुआ और न ही टोटी से एक बूंद पानी ही गिरा. ऐसे में यह योजना नगर पंचायत के लोगों के लिए छलावा साबित हो रही है.
आदर्श नगर पंचायत का प्राप्त है दर्जा
20 वर्ष पहले बभनान को नगर पंचायत का दर्जा प्राप्त हुआ. तब कस्बा वासियों के चेहरे पर खुशी की झलक दिखी और लोगों के भीतर उम्मीद जगी कि शहरों की तर्ज पर अब क्षेत्र का विकास होगा, लेकिन बभनान कस्बे की सूरत में कोई बदलाव नहीं हुआ और मौजूदा स्थिति बद से बदतर है. 11 वार्डों में विभाजित नगर पंचायत को भले ही आदर्श का दर्जा प्राप्त है, लेकिन व्यवस्था में कोई सुधार नहीं दिख रहा है. शासन ने वाटर सप्लाई को हर घर तक उपलब्ध कराने के लिए वार्ड नंबर-3 लोहिया नगर में ओवरहेड टैंक का निर्माण कराया.
सप्लाई से पहले टूटी पाइप
योजना के तहत अंडर ग्राउंड पाइप का जाल बिछाया गया, लेकिन यह योजना धरातल पर आज भी नहीं पहुंच पाई. अब तक 150 परिवारों को ही वाटर सप्लाई का कनेक्शन दिया गया है. लोगों का आरोप है कि जल निगम ने ऐसी कार्यदायी संस्था की ओर से वाटर पाइप लाइन बिछवाई कि वह चालू होने से पहले ही कई जगह टूट गई. ऐसे में जिन परिवारों ने पानी के लिए कनेक्शन लिया है, उन्हें भी पानी नसीब नहीं हो पा रहा है.
सभासद भी परेशान
सभासदों ने बताया कि वार्ड के विकास और जनता की सुविधा के लिए बोर्ड की बैठक में लगातार मुद्दा उठाया जाता है, लेकिन बैठक खत्म होते ही सारे मुद्दे दब जाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि वाटर सप्लाई चालू करने और मरम्मत को लेकर 29 अक्टूबर 2018 को मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कार्यदायी संस्था के खिलाफ जांच कराने की मांग की गई थी, लेकिन प्रार्थना पत्र पर कोई सुनवाई नहीं हुई.
वाटर सप्लाई चालू कराने के लिए ट्रायल किया जा रहा है. अभी संपूर्ण रूप से लोगों ने कनेक्शन नहीं लिया है. पूरे नगर पंचायत क्षेत्र में करीब 150 लोगों ने ही कनेक्शन लिया है. वहीं पाइप में बहुत सारी समस्या है, शायद इस योजना में लगी पाइप ठीक नहीं थी. इसके बाद करीब 28 लाख की नई पाइप लगाई गई थी. जल्द ही सप्लाई शुरू कर दी जाएगी.
-रमेश गुप्ता, ईओ