बस्ती: कोरोना अस्पतालों में भर्ती कोरोना के मरीज लगातार शिकायत कर रहे थे. ऐसे में मंडल के आयुक्त अनिल सागर ने अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कोरोना मरीजों के इलाज में की जा रही लापरवाही के लिए अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारियों को फटकार लगाई और कई दिशा-निर्देश दिए.
मण्डलायुक्त अनिल कुमार सागर ने निर्देश दिया कि डॉक्टर और पैरा मेडिकल टीम 8 घंटे की तैनाती के दौरान पीपीई किट, मास्क और फेस कवर के साथ मरीजों की सेवा में उपलब्ध रहें. उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज के लिए स्थापित एल-1 हॉस्पिटल, जवाहर नवोदय विद्यालय रूधौली और सीएचसी मुण्डेरवा का निरीक्षण किया. मरीजों से बातचीत में उन्होने पाया कि मरीजो की प्रतिदिन बुखार, ऑक्सीजन लेवल और अन्य प्रकार की जांच नियमित तौर पर नहीं हो रही हैं. इस संबंध में शासन को भी शिकायत प्राप्त हुई थी.
मरीजों ने की शिकायत
जवाहर नवोदय विद्यालय पहुंचने पर मण्डलायुक्त ने पाया कि कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को भोजन का पैकेट सर्व किया जा रहा था. एक फोल्डिंग चारपाई पर पैकेट रखकर कमरे में ले जाया जा रहा था, लेकिन एक मरीज ने बताया कि यह केवल आज की व्यवस्था है. इससे पहले कतारों में खड़ा करा कर खाना सबको दिया जाता था, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होता है. मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि प्रत्येक दिन भोजन मरीजों के कमरे में सर्व किया जाएगा.
नियमित जांच के दिए निर्देश
उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक मरीज की सुबह-शाम बुखार, ऑक्सीजन और अन्य जांच की जाएगी. ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर एवं पैरा मेडिकल स्टाफ 8 घंटे की ड्यूटी में मरीजों के साथ रहेंगे और उनकी मानसिक और शारीरिक समस्याओं का निदान करेंगे. साथ ही एक रजिस्टर बनाने के लिए भी निर्देश दिया गया, जिसमें यह दर्ज होगा कि डॉक्टर कितने बजे अन्दर गये और कितने बजे बाहर निकले.
सैनिटाइजेशन का रखें खास ध्यान
मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि वे कोरोना मरीजों के ईलाज का निर्धारित प्रोटोकॉल का डॉक्टर्स से पालन कराएं. इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर कार्रवाई होगी. मंडलायुक्त ने कमरों, बरामदों और दीवारों के सैनिटाइजेशन, फर्श पर पोंछा, टॉयलेट की सफाई, चादरों का बदलना, मरीजों के पास से निकले कूडे-कचरे के निस्तारण के बारे में भी जानकारी प्राप्त की. उन्होंने निर्देश दिया कि स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने पर भी व्यक्ति के सभी सामान घड़ी, बैग, बेल्ट, जूता, कपड़े को भी अच्छी तरह सैनिटाइज कराएं.
व्हाट्सएप पर दी जाएगी जरूरी जानकारी
जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने निर्देश दिया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी सभी मरीजों का मोबाईल नम्बर लेकर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाएंगे. इलाज के दौरान जो भी जानकारी देनी होगी वह व्हाट्सएप ग्रुप पर दी जायेगी.