आगरा : आगरा पुलिस ने गुरुवार को टप्पेबाज गिरोह का पर्दाफाश किया. गिरोह में शामिल पुरुष और महिलाएं लगातार आगरा में वारदात कर रहे थे. गिरोह लोगों को जाल में फंसा कर ठगी की वारदात को अंजाम देकर यहां से चला जाता था. पुलिस ने टप्पेबाज गैंग में शामिल तीन पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
एसीपी हरिपर्वत आदित्य ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए टप्पेबाज गैंग में धर्मेंद्र उर्फ धर्मा, सूरज, शंकर और एक महिला है. आरोपी मेरठ में किराए पर रहते हैं. पूछताछ में गैंग में शामिल महिला और पुरुषों ने खुलासा किया है कि वे ठगी के लिए ऐसे लोग चुनते थे, जो भोले भाले हैं. जिन्हें अपनी मजबूरी और मकान की खोदाई में मिले सोने की ईंट या बिस्कुट बेचने का झांसा देकर जाल में फंसाते थे. जब कोई उनके जाल में फंसकर सोने की ईंट या बिस्कुट लेना चाहता था तो उसे जांच के लिए कम मात्रा में असली सोना दिखाते या टुकड़ा देते थे.
जब कोई व्यक्ति उस सोने को चेक करता था तो वो जांच में असली निकलता था. जिससे उस व्यक्ति का विश्वास बन जाता था. इसके बाद सोने की खरीद की बातचीत की जाती थी. जिसमें काफी मात्रा में नकली सोना पकड़ा करके गिरोह रुपये लेकर फरार हो जाता था.
4 से अधिक राज्यों में की वारदात: एसीपी हरिपर्वत आदित्य कुमार ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में आगरा के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी गैंग वारदात करना स्वीकारा है. ठग गिरोह आगरा में छह वारदात करने की कह रहा है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही गिरोह फर्जी आईडी पर सिम उपलब्ध कराकर ये वारदात करता है. पुलिस को उस आरोपी भी तलाश है तो फर्जी आईडी पर सिम उपलब्ध कराता है.
हरिपर्वत थाना प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार ने बताया कि आरोपियों के पास से 2 किलो नकली गिन्नी, 3 लाख 78 हजार रुपये बरामद हुए हैं. मेरठ में किराए के मकान में रहकर दूसरे जिलों में वारदात करने जाता था. पूछताछ में गिरोह ने असम, गुजरात, उत्तराखंड, उप्र समेत कई राज्यों में घटनाएं करने की जानकारी दी है. गिरोह की मानें तो अब तक 22 लाख की ठगी कर चुके हैं.
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