बस्तीः जिले में मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह की जमीन पर किए गए निर्मण को ध्वस्त करने पहुंचे बुलडोजर को वापस लौटना पड़ा. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपना डेलिगेशन भेजकर पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया. सोमवार को सपा का डेलिगेशन पहुंचा और मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया. साथ ही उन किसानों से भी बात की जिन किसानों की जमीनों को जबरन जिला प्रशासन द्वारा बिना मुआवजा दिए कब्जा कर लिया गया है.
जिला प्रशासन और सरकार पर समाजवादी पार्टी के नेताओं का आरोप है कि राम जानकी मार्ग के निर्माण के दौरान फर्जी दस्तावेजों और जबरन किसानों की जमीनों को कब्जा करके सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है. वहीं, जो इसका विरोध कर रहा है उसे थाने में ले जाकर पीटा भी जा रहा है. वर्ष 2019 से बस्ती जनपद के छावनी थाना क्षेत्र से राम जानकी मार्ग चौड़ीकरण का काम चल रहा है, जिसमें कई किसानों की जमीनों पर जबरन कब्जा करने का जिला प्रशासन पर आरोप है.
मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह की जमीन को भी जब जिला प्रशासन द्वारा कब्जाने की कोशिश की गई तो यह मामला हाईप्रोफाइल हो गया और अखिलेश यादव तक को इसमें दखल देना पड़ा. सोमवार को जांच करने के लिए 6 सदस्यीय टीम पहुंची, जिसमें विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और विधायक माता प्रसाद पांडेय, बस्ती सदर के विधायक महेंद्र यादव, पूर्व मंत्री और विधायक लाल जी वर्मा, पूर्व विधायक जय शंकर पांडेय और वकील उस्मान सिद्दीकी सहित मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह मौजूद थे.
जांच टीम ने जिला प्रशासन और सरकार पर सीधा-सीधा आरोप लगाया कि बिना मुआवजा दिए ही किसानों की जमीनों को जबरन अधिग्रहित कर लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जमीनों पर सड़क का अवैध तरीके से निर्माण कराया जा रहा है. जांच करने के लिए जब वह लोग पहुंचे तो किसानों ने उनसे अपनी व्यथा बताई. अब इस पूरे मामले की एक रिपोर्ट बनाकर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव को सौंप दी जाएगी. मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि इस पूरे मामले को समाजवादी पार्टी सदन में भी उठाएगी और किसानों को हर हाल में उनका अधिकार दिलाया जाएगा.
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