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तहसील कर्मचारियों के भ्रष्टाचार से परेशान BJP नेता, धरने और अनशन की दी चेतावनी - बस्ती समाचार

उत्तर प्रदेश खेल संघ के प्रदेश महामंत्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल 'जिप्पी' ने एसडीएम कार्यालय भानपुर के सामने तीन दिवसीय अनशन और उसके बाद आमरण अनशन की चेतावनी दी है. वे बाबा के निधन के बाद भी वरासत न मिलने से परेशान है.

भ्रष्टाचार से परेशान BJP नेता
भ्रष्टाचार से परेशान BJP नेता
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Published : Dec 8, 2020, 11:55 AM IST

बस्तीः बीजेपी के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र कुमार शुक्ल 'जिप्पी' ने दस महीने बीतने के बाद भी वरासत न किये जाने से खफा हैं. जिसके विरोध में उन्होंने 9 दिसंबर से एसडीएम कार्यालय भानपुर कार्यालय के सामने तीन दिवसीय अनशन और उसके बाद आमरण अनशन की चेतावनी दी है.

ये है मामला

सत्येंद्र कुमार के मुताबिक उनके बाबा परमात्मा प्रसाद शुक्ल का 11 दिसम्बर 2019 को निधन हो गया था. बड़े पिता सूर्य प्रकाश शुक्ल ने मृत्यु प्रमाण-पत्र सहित जरूरी कागजात तहसील कार्यालय को सम्पत्तियों की वरासत उनके वारिसों के नाम करने हेतु उपलब्ध कराया था. लेकिन क्षेत्रीय रिटायर्ड कानूनगो और वर्तमान कानूनगो सर्वजीत ने तहसील अधिकारियों से मिलीभगत कर प्रकरण को विवादित बताकर वरासत नहीं किया. जिसके बाद इसके लिए उन्होंने सीएम योगी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष, सांसद हरीश द्विवेदी, बीजेपी जिलाध्यक्ष महेश शुक्ल सहित विभागीय उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा था. उन्होंने कहा कि वरासत न होने की वजह से सरकार की दी जाने वाली किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, किसान फसल बीमा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इससे उनके परिवार को आर्थिक और मानसिक क्षति उठानी पड़ रही है. उन्होंने तीन दिनों के भीतर वारिसों का नाम अविलंब दर्ज किये जाने की मांग की है.

बस्तीः बीजेपी के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र कुमार शुक्ल 'जिप्पी' ने दस महीने बीतने के बाद भी वरासत न किये जाने से खफा हैं. जिसके विरोध में उन्होंने 9 दिसंबर से एसडीएम कार्यालय भानपुर कार्यालय के सामने तीन दिवसीय अनशन और उसके बाद आमरण अनशन की चेतावनी दी है.

ये है मामला

सत्येंद्र कुमार के मुताबिक उनके बाबा परमात्मा प्रसाद शुक्ल का 11 दिसम्बर 2019 को निधन हो गया था. बड़े पिता सूर्य प्रकाश शुक्ल ने मृत्यु प्रमाण-पत्र सहित जरूरी कागजात तहसील कार्यालय को सम्पत्तियों की वरासत उनके वारिसों के नाम करने हेतु उपलब्ध कराया था. लेकिन क्षेत्रीय रिटायर्ड कानूनगो और वर्तमान कानूनगो सर्वजीत ने तहसील अधिकारियों से मिलीभगत कर प्रकरण को विवादित बताकर वरासत नहीं किया. जिसके बाद इसके लिए उन्होंने सीएम योगी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष, सांसद हरीश द्विवेदी, बीजेपी जिलाध्यक्ष महेश शुक्ल सहित विभागीय उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा था. उन्होंने कहा कि वरासत न होने की वजह से सरकार की दी जाने वाली किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, किसान फसल बीमा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इससे उनके परिवार को आर्थिक और मानसिक क्षति उठानी पड़ रही है. उन्होंने तीन दिनों के भीतर वारिसों का नाम अविलंब दर्ज किये जाने की मांग की है.

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