बस्ती: जिले में रामनगर ब्लाक के धौरहरा गांव में विकास के नाम पर किए गए घोटाले की खबर प्रकाशित होने के बाद जिम्मेदार अधिकारी जागे और आनन-फानन में मौके पर पहुंचकर घोटाले की जांच शुरू की. शिकायतकर्ता अमरूल्लाह ने आरोप लगाया था कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, लेकिन जब ईटीवी भारत पर खबर प्रकाशित हुई तो रामनगर ब्लाक की बीडीओ मंजू द्विवेदी और ब्लाक प्रमुख राम नरेश चौधरी अपनी पूरी टीम के साथ जांच के लिए खुद मौके पर पहुंच गए.
वहीं शिकायतकर्ता का आरोप है कि बीडीओ ने जांच करने से पहले समय से बताया नहीं, जबकि घोटाला करने वाले प्रधान को एक दिन पहले ही उनके द्वारा सूचना दे दी गई थी. जिसके बाद प्रधान ने अपने पक्ष में सैकड़ों लोगों को इकट्ठा कर लिया और जांच को प्रभावित करने की कोशिश की. फिलहाल शिकायकर्ता इस जांच से संतुष्ट नहीं है और जिलाधिकारी से मांग की है कि इस घोटाले की जांच जिले स्तर के अधिकारी से कराई जाए. अगर उनकी शिकायत झूठी पाई जाती है तो उन पर कार्रवाई हो. मगर घोटाला साबित हो जाता है तो प्रधान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
शिकायतकर्ता का कहना है कि इस गांव में विकास के नाम पर जमकर घोटाला किया गया है. एक सड़क पर अलग-अलग कई बार भुगतान कराया गया. जिस तालाब में कभी पानी सूखा ही नहीं उस तालाब की सफाई के नाम पर लाखों रुपये निकाल लिए गए. पंचायत भवन के निर्माण में गुणवत्ता ताक पर रखा गया. नाली, आवास, शौचालय से लेकर मनरेगा में प्रधान द्वारा बड़े पैमाने पर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया है.