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बस्ती: BSNL के 46 कर्मचारी जबरन रिटायर - घाटे के चलते बीएसएनएल के 46 कर्मचारी जबरन रिटायर

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के 46 बीएसएनएल कर्मचारियों पर दबाव बनाकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के लिए कहा गया है.

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घाटे के चलते BSNL के 46 कर्मचारी जबरन रिटायर.
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Published : Feb 5, 2020, 11:41 AM IST

बस्ती: मंडल के 105 कर्मचारियों में से 46 कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्त किया जा रहा है. इन सभी कर्मचारियों पर दबाव बनाकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के लिए कहा गया. वहीं कर्मचारियों ने प्रबंधन की नीतियों के चलते वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया है.

घाटे के चलते BSNL के 46 कर्मचारी जबरन रिटायर.

डीओटी (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम) के सहायक महाप्रबंधक, मुख्य लेखाधिकारी और लेखाधिकारी के साथ 43 अन्य कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है. इन कर्मचारियों ने प्रबंधन के मौखिक निर्देशों के तहत यह फैसला लिया है.

वीआरएस लेने वाले कर्मचारी ने बताया कि लगातार उच्च स्तर से यह सूचना मिलती रही थी कि सेवानिवृत्ति की आयु 60 से घटाकर 58 किया जा रहा है. अगर सरकार ने सेवानिवृत्ति की उम्र घटा दी तो हमें बिना किसी लाभ के ही सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा. वहीं कर्मचारियों को ट्रांसफर किया जा रहा है. इससे तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को भारत के किसी भी भाग में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. इन्हीं चर्चाओं के बीच बीएसएनएल के 80 फीसदी डीओटी के कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन कर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली.

इसे भी पढ़ें- बस्ती: पुलिस ने बैटरी चोरों को किया गिरफ्तार

सेवानिवृत्ति के बाद निगम के कार्यों का संचालन करने के लिए मुख्यालय से जो दिशा-निर्देश मिलेंगे, उसके अनुसार कार्य कराया जाएगा. उम्मीद है कि कैश काउन्टर, लैंडलाइन को ठीक करने, ब्रॉडबैंड का काम करने, एक्सचेंज व बीटीएस की देखभाल के लिए प्राइवेट कर्मचारियों की सेवा ली जाएगी.
विद्यानंद,जीएम, बीएसएनएल

50 साल से उपर के कर्मचारियों को वीआरएस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. वीआरएस न लेने पर दूर ट्रांसफर करने की बात भी कहीं जा रही है.
मोहन कुमार द्विवेदी ,जेई

बस्ती: मंडल के 105 कर्मचारियों में से 46 कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्त किया जा रहा है. इन सभी कर्मचारियों पर दबाव बनाकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के लिए कहा गया. वहीं कर्मचारियों ने प्रबंधन की नीतियों के चलते वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया है.

घाटे के चलते BSNL के 46 कर्मचारी जबरन रिटायर.

डीओटी (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम) के सहायक महाप्रबंधक, मुख्य लेखाधिकारी और लेखाधिकारी के साथ 43 अन्य कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है. इन कर्मचारियों ने प्रबंधन के मौखिक निर्देशों के तहत यह फैसला लिया है.

वीआरएस लेने वाले कर्मचारी ने बताया कि लगातार उच्च स्तर से यह सूचना मिलती रही थी कि सेवानिवृत्ति की आयु 60 से घटाकर 58 किया जा रहा है. अगर सरकार ने सेवानिवृत्ति की उम्र घटा दी तो हमें बिना किसी लाभ के ही सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा. वहीं कर्मचारियों को ट्रांसफर किया जा रहा है. इससे तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को भारत के किसी भी भाग में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. इन्हीं चर्चाओं के बीच बीएसएनएल के 80 फीसदी डीओटी के कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन कर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली.

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सेवानिवृत्ति के बाद निगम के कार्यों का संचालन करने के लिए मुख्यालय से जो दिशा-निर्देश मिलेंगे, उसके अनुसार कार्य कराया जाएगा. उम्मीद है कि कैश काउन्टर, लैंडलाइन को ठीक करने, ब्रॉडबैंड का काम करने, एक्सचेंज व बीटीएस की देखभाल के लिए प्राइवेट कर्मचारियों की सेवा ली जाएगी.
विद्यानंद,जीएम, बीएसएनएल

50 साल से उपर के कर्मचारियों को वीआरएस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. वीआरएस न लेने पर दूर ट्रांसफर करने की बात भी कहीं जा रही है.
मोहन कुमार द्विवेदी ,जेई

Intro:रिपोर्ट - सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो -9889557333

स्लग - BSNL में महा त्रासदी, मंदी से बर्बाद हुआ BSNL

एंकर - बीएसएनएल बस्ती मंडल में 105 में से 46 कर्मचारी 31 जनवरी को जबरन सेवानिवृत्त कर दिया गया है। दबाव बनाकर इन सभी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने को कहा गया। इन कर्मचारियों ने प्रबंधन की नीतियों व विभाग में चल रही चर्चाओं के चलते वीआरएस के लिए आवेदन किया। इनके वीआरएस लेने से बस्ती एसएसए के संचालन में एक फरवरी से काफी कठिनाई आने की संभावना है। इस समय इस सरकारी संस्था की हालत ऐसी है की डेढ़ लाख कर्मचारियों में से 80 हजार को जबरन रिटायर कर दिया गया है और बी एस एन एल को प्राइवेट हाथों में देने की बात की जा रही है।

बीएसएनएल में कार्यरत डीओटी (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम) के एक सहायक महाप्रबंधक, एक मुख्य लेखाधिकारी व एक लेखाधिकारी के साथ 43 अन्य कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया। कर्मचारियों में 35 फोन मैकेनिक, चार लिपिक संवर्ग व तीन चतुर्थ श्रेणी कर्मी है। 50 साल से अधिक इन कर्मचारियों ने यह कदम प्रबंधन के उन मौखिक निर्देशों के तहत उठाया, जिसमें कहा गया था कि कंपनी को घाटे से बचाने के लिए वह वीआरएस ले लें। हालांकि, इस बात को कहने के लिए एक भी अधिकारी तैयार नहीं है।

वीआरएस लेने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों ने एक स्टिंग में कहा कि लगातार उच्च स्तर से यह सूचना मिलती रही कि सेवानिवृत्ति की आयु 60 से घटा कर 58 किया जा रहा है। ऐसे में 58 के करीब उम्र वालों ने यह सोचकर वीआरएस ले लिया कि यदि सरकार ने उम्र घटा दी तो वह बिना किसी लाभ के पाए ही सेवानिवृत्त हो जाएंगे। दूसरी चर्चा यह रही कि अब काम के घंटे आठ से बढ़ाकर 12 घंटे किया जा रहा है। कर्मचारियों का स्थानान्तरण सर्किल स्तर किया जाएगा। ऐसा होने से स्थानीय तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भारत के किसी अन्य भाग में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। वहां जाकर काम करना कठिन होगा। चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को मंडल स्तर से सर्किल स्तर का बना दिया गया। इस कारण उनके लिए भी गैर एसएसए में स्थानान्तरित करने की व्यवस्था हो गई। इन्हीं चर्चाओं के बीच बीएसएनएल में कार्य कर रहे 80 फीसदी डीओटी के कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन कर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।

कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने से बिल जमा करने का कैश काउन्टर, बैंकों आदि के लिए दी गई लीज लाइन के लिए काम, गेट पर तैनाती व कार्यालय की सुरक्षा, बीटीएस व एक्सचेंज का काम प्रभावित होगा। वर्तमान में बीएसएनएल ने निजी कंपनी के गार्ड को हटा दिया है। गार्ड की जगह पर गेट की सुरक्षा का जिम्मा एक्सचेंज संभालने वाले फोन मैकेनिकों को दिया गया है। अब वह भी 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो गये। ब्राडबैंड लाइन, मंडल के 86 एक्सचेंज, बेसिक फोन की लाइन आदि को देखने का जिम्मा इन्हीं फोन मैकेनिकों पर है।


Body:बीएसएनएल इम्प्लाइज यूनियन के जिला सचिव सूबेदार सिंह ने कहा कि हम सभी डीओटी के कर्मचारी हैं। जिनका अक्टूबर 2000 में भारत सरकार से अनुबंध हुआ था कि बीएसएनएल का कर्मी होने के बाद भी उन्हें केंद्र सरकार से अनुमन्य सभी प्रकार की सुविधा मिलती रहेगी। अब कंपनी को घाटे में बता कर डीओटी के कर्मचारियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाकर सेवानिवृत्त कराया जा रहा है। उनके रहते कंपनी का पूरी तरह से निजीकरण नहीं किया जा सकता है। हालात यह है कि दिसम्बर का वेतन अभी तक नहीं मिला है। 15 जनवरी तक देने की बात कही थी लेकिन आगे भी मिलने की उम्मीद नहीं है।





Conclusion:जीएम विद्या मनी ने बताया कि सेवानिवृत्ति के बाद निगम के कार्यों का संचालन करने के लिए मुख्यालय से जो दिशा-निर्देश मिलेंगे, उसके अनुसार कार्य कराया जाएगा। उम्मीद है कि कैश काउन्टर, लैंडलाइन को ठीक करने, ब्रॉडबैंड का काम करने, एक्सचेंज व बीटीएस की देखभाल के लिए प्राइवेट कर्मचारियों की सेवा ली जाएगी।

बाइट - जबरन रिटायर किये गये कर्मचारी
बाइट - विद्या नंद,,,, जीएम BSNL


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