बरेली: जिले के मीरगंज क्षेत्र में चकरोड की पैमाइश करने गए एक लेखपाल की गांव के लोगों ने लाठी-डंडों से पिटाई कर दी. इस दौरान लोगों ने सरकारी नक्शा और अभिलेख भी फाड़ दिया. अन्य ग्रामीणों ने लेखपाल की जान बचाई. घटना की जानकारी होने पर तहसील शाखा के लेखपाल संघ के पदाधिकारी आक्रोशित हो गए और वह भी मौके पर पहुंचे. इस मामले में लेखपाल की तहरीर पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया है.
वहीं घटना को लेकर लेखपाल संघ शाखा इकाई में भी आक्रोश है. संघ का कहना है कि यदि इस मामले में आरोपियों को जल्द हिरासत में लेकर कार्रवाई नहीं की गई तो फिर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी. तहसील क्षेत्र के थाना पश्चिमी इलाके के गांव टिटौली में तैनात लेखपाल मोहम्मद अब्दुल्ला का कहना है कि गांव टिटौली के तहत चकमार्ग संख्या 854 और नाली गाटा संख्या 851 की जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जा कर लेने की शिकायत 19 जून को एसडीएम से की गई थी. इसकी पैमाइश के लिए वह गांव टिटौली गए थे. वह ग्राम प्रधान व अन्य ग्रामीणों के सामने रविवार को चकरोड व नाली की पैमाइश के लिए पहुंचे थे.
पैमाइश शुरू की ही थी कि पड़ोस के ही एक व्यक्ति के खेत में चकरोड की भूमि आने की बात आई. उनका आरोप है कि इसी बात को लेकर पड़ोसी खेत वाले मो. शफी और उनके बेटे मो. आरिफ ने उनके साथ गाली-गलौच करते हुए लाठी-डंडों से पिटाई कर दी. साथ ही उनके सरकारी अभिलेख फाड़ दिए. मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बीच-बचाव कर उनकी जान बचाई. इस घटना में लेखपाल चोटिल हो गए.
इस घटना की सूचना पर तहसील मीरगंज शाखा इकाई लेखपाल संघ के अध्यख योगेंद्र कुमार, मंत्री पुष्पेंद्र सिंह, अनिल कुमार, गिरीश गंगवार और नरायन दास मौके पर पहुंच गए. उसके बाद फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने लेखपाल की तहरीर पर मारपीट करने वाले दो आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकददमा पंजीकृत कर लिया है. वहीं एसएचओ चंद्र किरण यादव ने बताया कि लेखपाल की तहरीर पर मुकददमा पंजीकृत करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.