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बरेली: कान्हा उपवन गोशाला का हाल बेहाल, गोवंश के मिले कंकाल - kanha upvan cowshed in bareilly

उत्तर प्रदेश के बरेली के महापौर उमेश गौतम कान्हा उपवन में निरीक्षण करने पहुंचे. निरीक्षण के बाद महापौर ने बताया कि गोशाला में गोवंशों के कंकाल पड़े हैं.

गोशाला में मिले गोवंशों के कंकाल.
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Published : Oct 16, 2019, 1:22 PM IST

बरेली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई शुरू हो गई है. गोशाला में अव्यवस्थाओं पर महाराजगंज जिले के डीएम समेत पांच अधिकारी निलंबित किए जा चुके हैं. इससे पूरे प्रदेश के अधिकारियों में खलबली मची हुई है.

गोशाला में मिले गोवंशों के कंकाल.

ऐसे में बरेली के महापौर उमेश गौतम मंगलवार को नगर निगम क्षेत्र में बने कान्हा उपवन में निरीक्षण करने पहुंचे. निरीक्षण के बाद महापौर ने बताया कि गोशाला में गोवंशों की हालत बहुत दयनीय है. जगह-जगह गोवंशों के कंकाल पड़े हैं. अब देखना है कि नगर निगम प्रशासन इस मामले पर क्या एक्शन लेता है.

गोशाला में मिले गोवंशों के कंकाल
महापौर उमेश गौतम ने बताया कि नगर निगम ने शहर में बेसहारा घूमने वाले गोवंशों को आश्रय देने के लिए पिछले साल सीबीगंज के नंदोसी गांव में कान्हा उपवन और पशु आश्रय गृह की स्थापना की थी. इसके निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन 200-250 की क्षमता वाली गोशाला में 600 से ऊपर गोवंश हैं, जिसके चलते यहां अव्यवस्था इतनी है कि गोशाला में गोवंशों के शव और कंकाल भी मिले हैं.

इसे भी पढ़ें- गोशालाओं की व्यवस्था ठीक करने को डीएम ने की समीक्षा बैठक

गंदगी में रहने को मजबूर गोवंश
हालात ये हैं कि कान्हा उपवन में घुसते ही गंदगी का अंबार दिखाई देता है. जगह-जगह गोबर के ऊंचे टीले लग गए हैं. परिसर में मलबा भी फैला हुआ है. इसके चलते गोवंशों को गंदगी में बैठना पड रहा है. गोशाला में 170 पक्की और 150 ड्रम से बनी नाद हैं. वहीं पानी के लिए सिर्फ 86 प्लास्टिक के ड्रम रखे गए हैं. सर्दी के मौसम में भी पशुओं को सर्दी से बचने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए जाते हैं. पिछले साल ठंड से बचने के लिए तिरपाल और बोरे लगाए गए थे. इस बार भी हालात वही हैं. अब देखना है कि नगर निगम प्रशासन इस मामले पर क्या एक्शन लेता है.

बरेली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई शुरू हो गई है. गोशाला में अव्यवस्थाओं पर महाराजगंज जिले के डीएम समेत पांच अधिकारी निलंबित किए जा चुके हैं. इससे पूरे प्रदेश के अधिकारियों में खलबली मची हुई है.

गोशाला में मिले गोवंशों के कंकाल.

ऐसे में बरेली के महापौर उमेश गौतम मंगलवार को नगर निगम क्षेत्र में बने कान्हा उपवन में निरीक्षण करने पहुंचे. निरीक्षण के बाद महापौर ने बताया कि गोशाला में गोवंशों की हालत बहुत दयनीय है. जगह-जगह गोवंशों के कंकाल पड़े हैं. अब देखना है कि नगर निगम प्रशासन इस मामले पर क्या एक्शन लेता है.

गोशाला में मिले गोवंशों के कंकाल
महापौर उमेश गौतम ने बताया कि नगर निगम ने शहर में बेसहारा घूमने वाले गोवंशों को आश्रय देने के लिए पिछले साल सीबीगंज के नंदोसी गांव में कान्हा उपवन और पशु आश्रय गृह की स्थापना की थी. इसके निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन 200-250 की क्षमता वाली गोशाला में 600 से ऊपर गोवंश हैं, जिसके चलते यहां अव्यवस्था इतनी है कि गोशाला में गोवंशों के शव और कंकाल भी मिले हैं.

इसे भी पढ़ें- गोशालाओं की व्यवस्था ठीक करने को डीएम ने की समीक्षा बैठक

गंदगी में रहने को मजबूर गोवंश
हालात ये हैं कि कान्हा उपवन में घुसते ही गंदगी का अंबार दिखाई देता है. जगह-जगह गोबर के ऊंचे टीले लग गए हैं. परिसर में मलबा भी फैला हुआ है. इसके चलते गोवंशों को गंदगी में बैठना पड रहा है. गोशाला में 170 पक्की और 150 ड्रम से बनी नाद हैं. वहीं पानी के लिए सिर्फ 86 प्लास्टिक के ड्रम रखे गए हैं. सर्दी के मौसम में भी पशुओं को सर्दी से बचने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए जाते हैं. पिछले साल ठंड से बचने के लिए तिरपाल और बोरे लगाए गए थे. इस बार भी हालात वही हैं. अब देखना है कि नगर निगम प्रशासन इस मामले पर क्या एक्शन लेता है.

Intro:एंकर:-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट गोशालाओं में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई शुरू हो गई है । अव्यवस्थाओं पर महाराजगंज जिले के डीएम समेत पांच अधिकारी निलंबित किए जा चुके हैं । इससे पूरे प्रदेश के अधिकारियों में खलबली मची हुई है । वहीं , नगर निगम क्षेत्र में बने कान्ह्य उपवन में भी व्यवस्थाएं मुकम्मल नहीं है । अब देखना है कि प्रदेश में बड़ी कार्रवाई के बाद अपना नगर निगम प्रशासन कितना सक्रिय ह्येगा । 


Body:Vo1:-नगर निगम ने शहर में बेसहारा घूमने वाले गोवंश को आश्रय देने के लिए पिछले साल सीबीगंज के नंदोसी गांव में कान्ह्य उपवन एवं पशु आश्रय गृह की स्थापना की थी । इसके निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च किए गए लेकिन करीब 200 250 तक गायों वाली गौशाला मैं 600 से ऊपर गाय है जिसके चलते इतनी अव्यवस्था है के गायों को रखने के लिए बनाई गई गोशाला मैं उनके शव मिले और मृत गायों के कंकाल भी देखने को मिले है। शेड आदि की व्यवस्था करीब साढ़े तीन सौ पशुओं के हिसाब से हुई है । मौजूदा समय में वहां छह सौ से अधिक गोवंश हैं । 

बाईट:- उमेश गौतम (महापौर बरेली)

Vo2:-गंदगी में रहने को मजबूर गोवंश : -बीते दिनों कान्हा उपवन की व्यवस्थाएं दिखाने के बावजूद वहां स्थिति में सुधार नहीं हुआ है । उपवन में घुसते ही गंदगी का अंबार साफ दिख रहा है । जगह जगह गोबर के ऊंचे टीले लग गए हैं । परिसर में मलबा भी फैला हुआ है । गायों को गंदगी में बैठना पड रहा है । हरा चारा भी रहें भरपूर नहीं मिल रह्य । गायों के खाने को 170 पक्की व 150 ड्रम से बनी नाद हैं । वी पानी के लिए सिर्फ 86 प्लास्टिक के ड्रम रखे गए हैं । ठंड होने लगी , इंतजाम नहीं : रात को अब ठंड होने लगी है । पिछले साल पशुओं को ठंड से बचाने के लिए तिरपाल और बोरे लगाए गए थे । इस बार अब तक व्यवस्था नहीं की गई है।




Conclusion:fvo:- अब देखना ये की किस तरह से योगी सरकार इस घटना पर एक्शन लेती है। जहाँ तक योगी सरकार का सवाल है उनके लिए गाय का बहुत महत्व है लेकिन गौशाला की अव्यवस्था को देखते हुए तो ऐसा नही लगता।
रंजीत शर्मा
9536666643
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