बरेली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई शुरू हो गई है. गोशाला में अव्यवस्थाओं पर महाराजगंज जिले के डीएम समेत पांच अधिकारी निलंबित किए जा चुके हैं. इससे पूरे प्रदेश के अधिकारियों में खलबली मची हुई है.
ऐसे में बरेली के महापौर उमेश गौतम मंगलवार को नगर निगम क्षेत्र में बने कान्हा उपवन में निरीक्षण करने पहुंचे. निरीक्षण के बाद महापौर ने बताया कि गोशाला में गोवंशों की हालत बहुत दयनीय है. जगह-जगह गोवंशों के कंकाल पड़े हैं. अब देखना है कि नगर निगम प्रशासन इस मामले पर क्या एक्शन लेता है.
गोशाला में मिले गोवंशों के कंकाल
महापौर उमेश गौतम ने बताया कि नगर निगम ने शहर में बेसहारा घूमने वाले गोवंशों को आश्रय देने के लिए पिछले साल सीबीगंज के नंदोसी गांव में कान्हा उपवन और पशु आश्रय गृह की स्थापना की थी. इसके निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन 200-250 की क्षमता वाली गोशाला में 600 से ऊपर गोवंश हैं, जिसके चलते यहां अव्यवस्था इतनी है कि गोशाला में गोवंशों के शव और कंकाल भी मिले हैं.
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गंदगी में रहने को मजबूर गोवंश
हालात ये हैं कि कान्हा उपवन में घुसते ही गंदगी का अंबार दिखाई देता है. जगह-जगह गोबर के ऊंचे टीले लग गए हैं. परिसर में मलबा भी फैला हुआ है. इसके चलते गोवंशों को गंदगी में बैठना पड रहा है. गोशाला में 170 पक्की और 150 ड्रम से बनी नाद हैं. वहीं पानी के लिए सिर्फ 86 प्लास्टिक के ड्रम रखे गए हैं. सर्दी के मौसम में भी पशुओं को सर्दी से बचने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए जाते हैं. पिछले साल ठंड से बचने के लिए तिरपाल और बोरे लगाए गए थे. इस बार भी हालात वही हैं. अब देखना है कि नगर निगम प्रशासन इस मामले पर क्या एक्शन लेता है.