बरेली: राष्ट्रीय स्वयं सेवक के सर संघ चालक मोहन भागवत ने रुहेलखंड विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स स्टेडियम में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि संपूर्ण राष्ट्र का प्राण हिंदू में समाया हुआ है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं संघ का एक ही काम है और वह है 'मनुष्य का निर्माण'.
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत संविधान की व्यवस्था से चलता है. हम दूसरे शक्ति केंद्र को नहीं मानते. हर हिंदू 'वसुधैव कुटुम्बकम' कहता है.
संविधान कहता है कि हमें भावनात्मक एकीकरण लाने की कोशिश करनी चाहिए, लेकिन भावना क्या है? वह भावना है, यह देश हमारा है, हम अपने महान पूर्वजों के वंशज हैं और हमें अपनी विविधता के बावजूद एक साथ रहना होगा, इसे ही हम हिंदुत्व कहते हैं.