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बरेली: PWD विभाग प्लास्टिक वेस्ट से बना रहा सड़क, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

उत्तर प्रदेश के बरेली में पीडब्ल्यूडी विभाग पर्यावरण के लिए जहर बन रही प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सड़क निर्माण के जरिए कर रहा है.

प्लास्टिक वेस्ट से बनाई जा रही हैं सड़के.
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Published : Jul 27, 2019, 3:57 PM IST

बरेली: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत नई तकनीक से सड़के बन रही हैं. बरेली में अब कचरे यानी प्लाटिक वेस्ट से भी सड़क बनाई जाने लगी है. पर्यावरण के लिए जहर बन रही प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल पीडब्ल्यूडी विभाग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सड़क निर्माण के जरिए कर रहा है.

प्लास्टिक वेस्ट से बनाई जा रही हैं सड़के.

पर्यावरण के अनुकूल रहेंगी सड़के-
सड़क निर्माण में घुसनसील प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है. यह प्लास्टिक वेस्ट कचरे से तैयार किया गया है, जो आम तौर पर पॉलिथीन, स्नैक्स रैपर और खाली पाउच को कूड़े के ढेर में फेंक दिया जाता है, जिसे पीडब्ल्यूडी विभाग ने ऐसे वेस्ट का इस्तेमाल सड़क बनाने में प्रयोग किया है. यह सड़क पर्यावरण के अनकूल और गुणवत्ता में और सड़कों से बेहतर है. वहीं सरकार भी पर्यावरण के प्रति वेहद संवेदनशील है, जिससे अब जिले में और भी बनने वाली सड़कों में प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल किया जाएगा.

इस तरह की सड़कों के बनने से पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकेगा और सड़क भी मजबूत बनेगी. इन सड़कों की क्वालिटी भी बेहतर होगी.
-सत्येंद्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी
प्लास्टिक वेस्ट से बननी वाली सड़कों की उम्र ज्यादा होगी. इससे पर्यावरण पर भी बुरा असर नहीं पड़ेगा.सरकार का यह प्रयास काफी अच्छा है.
-डॉ. प्रदीप जागर, बरेली कॉलेज के प्रोफेसर

बरेली: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत नई तकनीक से सड़के बन रही हैं. बरेली में अब कचरे यानी प्लाटिक वेस्ट से भी सड़क बनाई जाने लगी है. पर्यावरण के लिए जहर बन रही प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल पीडब्ल्यूडी विभाग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सड़क निर्माण के जरिए कर रहा है.

प्लास्टिक वेस्ट से बनाई जा रही हैं सड़के.

पर्यावरण के अनुकूल रहेंगी सड़के-
सड़क निर्माण में घुसनसील प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है. यह प्लास्टिक वेस्ट कचरे से तैयार किया गया है, जो आम तौर पर पॉलिथीन, स्नैक्स रैपर और खाली पाउच को कूड़े के ढेर में फेंक दिया जाता है, जिसे पीडब्ल्यूडी विभाग ने ऐसे वेस्ट का इस्तेमाल सड़क बनाने में प्रयोग किया है. यह सड़क पर्यावरण के अनकूल और गुणवत्ता में और सड़कों से बेहतर है. वहीं सरकार भी पर्यावरण के प्रति वेहद संवेदनशील है, जिससे अब जिले में और भी बनने वाली सड़कों में प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल किया जाएगा.

इस तरह की सड़कों के बनने से पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकेगा और सड़क भी मजबूत बनेगी. इन सड़कों की क्वालिटी भी बेहतर होगी.
-सत्येंद्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी
प्लास्टिक वेस्ट से बननी वाली सड़कों की उम्र ज्यादा होगी. इससे पर्यावरण पर भी बुरा असर नहीं पड़ेगा.सरकार का यह प्रयास काफी अच्छा है.
-डॉ. प्रदीप जागर, बरेली कॉलेज के प्रोफेसर

Intro:बरेली। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत नई तकनीक से सड़के बन रही हैं। सड़के विकास की जीवनधारा है। सड़कों के निर्माण से आज उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में गांवों को मुख्य मार्गों से जोड़ते हुए आवागमन को सुलभ बनाते हुए गांवो की तस्वीर बदल भी रही है।

तेजी से हो रहे गांवो के विकास में ग्रामीण सड़कों की मुख्य भूमिका है आम तौर पर अभी तक आपने सड़क बनाने के लिये प्रयोग होने वाली चीजों में सीमेंट, रेत, पत्थर और कोलतार का नाम ही सुना होगा लेकिन अब ये गुजरे जमाने की बात होने वाली हैं। Body:जिले में प्लास्टिक वेस्ट से बन रहीं सड़कें

बरेली में अब कचरे यानी प्लाटिक वेस्ट से भी सड़क बनाई जाने लगी है । पर्यावरण के लिये जहर बन रही प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल पीडब्ल्यूडी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सड़क निर्माण के जरिये कर रहा है । इसी के चलते प्लास्टिक वेस्ट से बहेड़ी और मीरगंज ब्लॉक की दो सड़को का निर्माण कर पीडब्ल्यूडी ने पर्यावरण संरक्षण का उदाहरण पेश किया है।

पर्यावरण के अनुकूल

सड़क निर्माण में घुसनसील प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया। यह प्लास्टिक वेस्ट कचरे से तैयार किया गया । जो आम तौर पर पॉलिथीन, स्नैक्स रैपर, और खाली पाउच को कूड़े के ढेर में फेक दिया जाता है जिसे पीडब्ल्यूडी विभाग ने ऐसे वेस्ट का इस्तेमाल सड़क बनाने में प्रयोग किया है यह सड़क पर्यावरण के अनकूल और गुणवत्ता में और सड़कों से बेहतर है वही सरकार भी पर्यावरण के प्रति वेहद संवेदनशील है जिससे अब जिले में और भी बनने वाली सड़को में प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल किया जाएगा।

बेहतर होगी क्वालिटी

जिले के मुख्य विकास अधिकारी आईएएस सत्येंद्र कुमार ने इस मम्मले पर बताया इस तरह की सड़को के बनने से पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकेगा और सड़क भी मजबूत बनेगी। वहीं उन्होंने कहा कि इन सड़कों की क्वालिटी भी बेहतर होगी।

पर्यावरण प्रेमी ने भी भरी हामी

वहीं शहर के पर्यावरण प्रेमी और बरेली कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर प्रदीप जागर ने भी हामी भरते हुए कहा कि प्लास्टिक वेस्ट से बननी वाली सड़कों की उम्र ज्यादा होगी। इससे पर्यावरण पर भी बुरा असर नहीं पड़ेगा। Conclusion:सरकार का यह प्रयास काफी अच्छा है। आने वाले दिनों में पूरे देश में प्लास्टिक वेस्ट से सड़कों का निर्माण होने लगेगा।

अनुराग मिश्र

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