ETV Bharat / state

कोरोना के दौर के दर्द को अपनी किताबों में उकेरा, लोग कर रहे तारीफ

author img

By

Published : Jul 21, 2021, 4:16 AM IST

कोरोना महामारी से कई परिवार टूट गए. किसी ने अपने पिता को खोया तो किसी ने मां को, तो वहीं कोई अनाथ हो गया. देश दुनिया के बड़े-बड़े डॉ. इस महामारी से बचने के उपाय तो बता ही रहे हैं साथ ही कुछ डॉ. कोरोना से जूझे परिवारों की असहनीय पीड़ा को अपनी किताब में कलमबद्ध किया है. एमजेपी रूहेलखंड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अमित वर्मा ने कोविड-19 महामारी के दर्द को पांच किताबों में लिखा है.

कोरोना के दौर के दर्द को अपनी किताबों में उकेरा
कोरोना के दौर के दर्द को अपनी किताबों में उकेरा

बरेली: एमजेपी रूहेलखंड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अमित वर्मा ने कोविड-19 महामारी के दर्द को पांच किताबों में लिखकर उभारा है. प्रोफेसर अमित वर्मा ने पहली किताब कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान लिखनी शुरू की थी और उसके बाद अब तक वह पांच किताबों को लिखकर प्रकाशित करा चुके हैं.

कोरोना के दौर के दर्द को अपनी किताबों में उकेरा
जब हर तरफ कोविड-19 कहर बरपा रहा था, उस वक्त बरेली के रुहेलखंड विश्वविद्यालय में तैनात प्रोफेसर अमित वर्मा ने कोविड-19 वायरस के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए, उसके दर्द और उससे जान गवां चुके परिवारों की दस्तान को किताबों में लिखकर प्रकाशित कराया है. प्रोफेसर अमित वर्मा ने पहली किताब अगस्त 2020 में कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान लिखनी शुरू की थी. जिसके बाद उन्होंने अपनी किताबों में कोरोना महामारी के हर रूप को अलग-अलग पन्नों पर लिखकर किताबों में सजाया है. प्रोफेसर अमित वर्मा के द्वारा लिखी गई पांचो किताबें राजा राममोहन राय एजेंसी मिनिस्ट्री आफ एजुकेशन द्वारा संबंधित एवं प्रमाणित हैं. प्रोफेसर अमित वर्मा ने अपनी किताब में कोरोना वायरस से संबंधित जैसे, उसका इतिहास, उसकी उत्पत्ति, संक्रमण का फैलाव, उसकी टेस्टिंग इन सब का जिक्र किया है.

वहीं, प्रोफेसर अमित वर्मा ने अपनी किताबों में कोविड-19 और आयुर्वेद के बीच के संबंध को भी बताने की कोशिश की है. साथ ही उन्होंने हर्बल दवाओं की भी अपनी पुस्तक में जानकारी दी है. इतना ही नहीं प्रोफेसर अमित वर्मा अपनी किताब में कोरोना वारियर रहे डॉक्टर-फार्मेसिस्ट-नर्स और पुलिसकर्मियों के कार्य को भी उतारा है. प्रोफेसर अमित वर्मा के द्वारा लिखी गई दूसरी किताब में कोरोना के मरीज को दी जाने वाली दवाओं का जिक्र करते हुए उनके फायदे और नुकसान को बताया गया है.

किताब के माध्यम से बीपी, डायबिटीज जैसे लक्षणों की समस्याओं को भी समझाने का प्रयास किया गया है. इन पांचों किताबों को लोग भी पसंद कर रहे हैं. लोग इनको पढ़कर कोविड-19 के दौर को समझने की कोशिश में लगे हैं. हर कोई प्रोफेसर अमित वर्मा के द्वारा लिखी गई किताबों की तारीफ कर रहा है.


बरेली: एमजेपी रूहेलखंड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अमित वर्मा ने कोविड-19 महामारी के दर्द को पांच किताबों में लिखकर उभारा है. प्रोफेसर अमित वर्मा ने पहली किताब कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान लिखनी शुरू की थी और उसके बाद अब तक वह पांच किताबों को लिखकर प्रकाशित करा चुके हैं.

कोरोना के दौर के दर्द को अपनी किताबों में उकेरा
जब हर तरफ कोविड-19 कहर बरपा रहा था, उस वक्त बरेली के रुहेलखंड विश्वविद्यालय में तैनात प्रोफेसर अमित वर्मा ने कोविड-19 वायरस के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए, उसके दर्द और उससे जान गवां चुके परिवारों की दस्तान को किताबों में लिखकर प्रकाशित कराया है. प्रोफेसर अमित वर्मा ने पहली किताब अगस्त 2020 में कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान लिखनी शुरू की थी. जिसके बाद उन्होंने अपनी किताबों में कोरोना महामारी के हर रूप को अलग-अलग पन्नों पर लिखकर किताबों में सजाया है. प्रोफेसर अमित वर्मा के द्वारा लिखी गई पांचो किताबें राजा राममोहन राय एजेंसी मिनिस्ट्री आफ एजुकेशन द्वारा संबंधित एवं प्रमाणित हैं. प्रोफेसर अमित वर्मा ने अपनी किताब में कोरोना वायरस से संबंधित जैसे, उसका इतिहास, उसकी उत्पत्ति, संक्रमण का फैलाव, उसकी टेस्टिंग इन सब का जिक्र किया है.

वहीं, प्रोफेसर अमित वर्मा ने अपनी किताबों में कोविड-19 और आयुर्वेद के बीच के संबंध को भी बताने की कोशिश की है. साथ ही उन्होंने हर्बल दवाओं की भी अपनी पुस्तक में जानकारी दी है. इतना ही नहीं प्रोफेसर अमित वर्मा अपनी किताब में कोरोना वारियर रहे डॉक्टर-फार्मेसिस्ट-नर्स और पुलिसकर्मियों के कार्य को भी उतारा है. प्रोफेसर अमित वर्मा के द्वारा लिखी गई दूसरी किताब में कोरोना के मरीज को दी जाने वाली दवाओं का जिक्र करते हुए उनके फायदे और नुकसान को बताया गया है.

किताब के माध्यम से बीपी, डायबिटीज जैसे लक्षणों की समस्याओं को भी समझाने का प्रयास किया गया है. इन पांचों किताबों को लोग भी पसंद कर रहे हैं. लोग इनको पढ़कर कोविड-19 के दौर को समझने की कोशिश में लगे हैं. हर कोई प्रोफेसर अमित वर्मा के द्वारा लिखी गई किताबों की तारीफ कर रहा है.


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.