बरेली: हर साल परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को सर्दियों में स्वेटर वितरित किए जाते हैं, जिससे स्वेटर पहनकर बच्चे स्कूल आ सकें. ठंड को देखते हुए प्रमुख सचिव के सख्त तेवर के बाद बेसिक स्कूलों के बच्चों को स्वेटर मिलने तो शुरू हो गए, लेकिन फर्म ने सस्ते स्वेटर खरीदकर स्कूलों में बंटवा दिया.
स्कूलों में बांटा गया निम्न गुणवत्ता का स्वेटर
- ठंड का मौसम आते ही स्कूलों में स्वेटर वितरण का कार्य शुरू हो जाता है.
- पिछले साल सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों के माध्यम से स्वेटर वितरण कराया था.
- इस बार हर जिले में फर्म का ऑनलाइन चयन किया गया था.
- कानपुर की फर्म शुभम हैंडलूम ने पहले सिर्फ 58764 स्वेटर ही भेजे हैं.
- जिले में 337135 छात्र - छात्राओं के लिए स्वेटर बांटे जाने हैं
- बरेली में अभी आधे से ज्यादा छात्रों को स्वेटर नहीं मिल पाया है.
- इस बार मिले स्वेटरों की गुणवत्ता बहुत ही ज्यादा खराब है.
- कोटा पूरा करने के लिए पांच - पांच कंपनियों से स्वेटर खरीदे गए हैं.
- 21 नवंबर को प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने फर्म को ब्लैकलिस्टेड करने का आदेश दिया था.
- उसके बाद नगर क्षेत्र के स्कूलों में भी स्वेटर बांटे गए.