बरेली : जिला अस्पताल में सेंटर सेक्शन सिस्टम पैनल को देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीजों के प्रति अस्पताल कितना सजग है. इमरजेंसी वार्ड मे लगा सेंटर सेक्शन सिस्टम मरीजों को बीमार करने में लगा हुआ है.
गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन देने के लिए सेंटर ऑक्सीजन सिस्टम की जरूरत पड़ती है. उसके पैनल में सेंटर सेक्शन लगा होता है, जिसका काम ऑक्सीजन और पानी के माध्यम से मरीजों के मुंह और गले में पड़ी गंदगी को खींचकर बाहर निकालना होता है. इस सिस्टम की सफाई हर दूसरे और तीसरे दिन की जाती है, जिससे कि सेंटर सेक्शन सिस्टम से इन्फेक्शन की संभावना न रहे.
मरीजों की सेहत से खिलवाड़
इमरजेंसी वार्ड के अलावा चिल्ड्रेन वार्ड, बर्न वार्ड ,ऑर्थो सर्जिकल वार्ड, फीमेल मेडिकल वार्ड के पास सेंटर सेक्शन सिस्टम लगा होता है. इसकी सफाई यदा-कदा ही की जाती है. ऐसे में सेंटर सेक्शन सिस्टम का गंदा होना मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना है. यहां तक कि जिम्मेदार लोग भी इस सिस्टम को देखकर अनदेखा कर देते हैं.
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. एस के गुप्ता ने कहा कि मेरी तरफ से सेंटर सेक्शन सिस्टम को लगातार साफ करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, आर्थो सर्जिकल वार्ड के विशेषज्ञ डॉक्टर विनोद पकरानी ने बताया कि एयर प्रेशर के माध्यम से गंभीर मरीजों के गले और मुंह में फंसी गंदगी को निकालने के लिए सेंटर सेक्शन सिस्टम के पानी में दवा मिलाई जाती है.
डॉक्टर विनोद ने बताया कि ऑक्सीजन पैनल में लगे इंटरसेक्शन सिस्टम का दवा युक्त पानी एक बार में एक ही मरीज के लिए इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि इसमें काफी संक्रमण हो जाते हैं. दूसरे मरीज पर इसका इस्तेमाल करने पर उसे गंभीर बीमारी हो सकती है.