बरेलीः हरिद्वार की धर्म संसद में मुसलमानों को लेकर दिए गए विवादित बयान के विरोध में शुक्रवार को शहर में मुस्लिम धर्म संसद बुलाई गई. आईएमसी के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने इस्लामिया ग्राउंड पर यह आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने हरिद्वार की धर्म संसद में विवादित बयान देने वालों पर कार्रवाई की मांग की. ग्राउंड पर भारी भीड़ जुटने से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गईं. प्रशासन की ओर से 300 लोगों को ही अनुमति दी गई थी.
इस आयोजन में भाग लेने जिले भर से करीब 20 हजार लोग पहुंचे थे. मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि हमारी बहू-बेटियों के लिए कहा जाता है कि इन्हें बरगलाओ और जाल में फंसाओ. शर्म नहीं आती इन्हें. हम खून के आंसू रोते हैं.
हम अपने मुल्क में अमन चाहते हैं लेकिन अब हमारे सब्र का पैमाना टूट चुका है. मेरे नौजवानों के दिलों में कितना गुस्सा पनप रहा है. मैं डरता हूं उस वक्त से जिस दिन मेरे नौजवान यह गुस्सा फूट पड़ेगा. नौजवान मेरे कंट्रोल से बाहर आ गए तो मैं उस वक्त से डरता हूं.
वह बोले कि मैं कहता हूं, क्या वह देश प्रेमी हो सकता है जो अपने ही देश के 20 लाख लोगों को इकट्ठा करने बात करें. लड़ने का तुम्हें बहुत शौक है लेकिन तुम लड़ने की बात कर सकते हो लड़ नहीं सकते हो.
लड़ाई तो हमारे खून में है. हम तुमसे नहीं लड़ना चाहते. तुम हमारे हिंदुस्तानी भाई हो. अगर लड़ना है तो चलो देखे तुम्हारी बहादुरी, चलो चाइना बॉर्डर पर. उन्होंने कहा कि यहां 20 हजार नौजवान आए हैं सिर पर कफन बांधकर. मेरे नौजवानों को थोड़ी सी ट्रेनिंग और थोड़े से हथियार दे दो कैलाश मानसरोवर चीन से ले लेंगे. पाकिस्तान कह करके मुसलमानों को डराने वालों, हम तैयार हैं, हमें ट्रेनिंग और हथियार दो, हम पाकिस्तान को भी हिंदुस्तान में मिला लेंगे.
मौलाना तौकीर रज़ाक ने योगी सरकार को लेकर कई सवाल उठाए. इसके बाद उन्होंने मांग की कि हरिद्वार की धर्म संसद में जिन्होंने भी विवादित बयान दिया है उन्हें जेल भेजा जाए. एक स्पेशल विशेष सत्र बुलाकर सख्त कानून बनाया जाए ताकि इस किस्म के लोगों पर लगाम लग सके.
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