बरेली: जिले में खाली पड़े एयरपोर्ट की सुध लेने वाला कोई नहीं है. बीजीपी सरकार में बनी करोड़ों रुपए की लागत से एयरपोर्ट की इमारत धूल कहा रही है. वहीं बीजेपी सरकार के फिर से आते ही कुछ उम्मीद जगी थी कि जल्द से जल्द बरेली वासियों को एयरपोर्ट की सौगात मिल जाएगी.
इसे भी पढ़ें :- बरेली: 15 हजार रिश्वत लेते एआरएम रोडवेज में तैनात बाबू गिरफ्तार
एयरपोर्ट का बनना नहीं हो पा रहा सफल
लोकसभा चुनाव में आचार संहिता लगने से ठीक 1 दिन पहले आनन-फानन में केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने एयरपोर्ट का उद्घाटन कर चुनाव में लाभ लेना चाहा और लाभ मिल भी गया. इसको लेकर विपक्षी पार्टियों ने काफी विवाद भी करा क्योंकि कांग्रेस का आरोप था कि एयरपोर्ट की सौगात बरेली वासियों को कांग्रेस के शासनकाल में दी गई थी.
इतने बरस ओर बीजीपी के शासन के 100 दिन पूरे होने के बाद भी अभी तक एयरपोर्ट से एक भी फ्लाइट की सेवा बरेली वासियों को नहीं मिल सकी है. वहीं बरेली का एयरपोर्ट सफेद हाथी की तरह खड़ा है. केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार लगातार कहते आ रहे हैं कि बरेली के अंदर जल्द से जल्द बरेली वासियों को हवाई सेवा का लाभ मिलेगा.
फरवरी में बन गया था एयरपोर्ट
बरेली का एयरपोर्ट फरवरी में बनकर तैयार हो गया था. सरकार ने हवाई सेवा शुरू करने की सारी तैयारी कर जिम्मेदारी जेट एयरवेज को दी थी. जेट एयरवेज की माली हालत लगातार खराब होती जा रही थी. तब भी सरकार ने किसी और कंपनी को इसकी जिम्मेदारी नहीं दी. अब हालात यह है कि हमारे पास सिविल एनक्लेव है. बरेली का एयरपोर्ट शोपीस बनाकर रहे गया है.