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बरेली: जापानी इंसेफेलाइटिस का हमला, स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर

उत्तर प्रदेश के बरेली जिला अस्पताल के फीवर वार्ड में लगातार दिमागी बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. आनन-फानन में सीएमओ ने आईडीएसपी यूनिट को सभी निजी अस्पतालों से संपर्क कर बुखार पीड़ितों की रिपोर्ट हासिल की है.

जिला अस्पताल में फीवर बोर्ड में दिमागी बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी.
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Published : Sep 5, 2019, 4:19 PM IST

बरेली: फेल्सिपेरम मलेरिया से पीड़ित मरीज के आंकड़े कम होने पर अपनी पीठ थपथपा रहे स्वास्थ्य विभाग की खुशी पर जापानी इंसेफेलाइटिस यानि दिमागी बुखार का हमला हो गया है. जेई पीड़ित मरीज की पुष्टि पर स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया है.

"जेई" दिमागी बुखार का हमला.

हमारे इलाकों में मच्छरों की संख्या बहुत ज्यादा है. आसपास गंदगी का ढेर लगा रहता है, जिसके कारण मच्छर की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग साफ सफाई पर कोई ध्यान नहीं देता है. जिसके कारण लगातार बीमारियां होती जा रही हैं.
-बबलू, मरीज का भाई

ब्रेन फीवर यानि दिमागी बुखार के कई कारण होते हैं. इसमें वायरस से होने वाले इन्फेक्शन, खून में ग्लूकोज की कमी या बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण शामिल है. -विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ, जिला हॉस्पिटल

बरेली: फेल्सिपेरम मलेरिया से पीड़ित मरीज के आंकड़े कम होने पर अपनी पीठ थपथपा रहे स्वास्थ्य विभाग की खुशी पर जापानी इंसेफेलाइटिस यानि दिमागी बुखार का हमला हो गया है. जेई पीड़ित मरीज की पुष्टि पर स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया है.

"जेई" दिमागी बुखार का हमला.

हमारे इलाकों में मच्छरों की संख्या बहुत ज्यादा है. आसपास गंदगी का ढेर लगा रहता है, जिसके कारण मच्छर की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग साफ सफाई पर कोई ध्यान नहीं देता है. जिसके कारण लगातार बीमारियां होती जा रही हैं.
-बबलू, मरीज का भाई

ब्रेन फीवर यानि दिमागी बुखार के कई कारण होते हैं. इसमें वायरस से होने वाले इन्फेक्शन, खून में ग्लूकोज की कमी या बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण शामिल है. -विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ, जिला हॉस्पिटल

Intro:एंकर:- बरेली में फेल्सिपेरम मलेरिया से पीड़ित आंकड़े कम होने पर अपनी पीठ थपथपा रहे स्वास्थ्य विभाग की खुशी पर जापानी इंसेफेलाइटिस "जेई" यानी दिमागी बुखार का हमला हो गया है 2 साल बाद जेई पीड़ित मरीज की पुष्टि पर स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया हैं।आनन-फानन में सीएमओ ने आईडीएसपी यूनिट को सभी निजी अस्पतालों से संपर्क कर बुखार पीड़ितों की रिपोर्ट हासिल करने और डीएमओ समेत सीएचसी पीएचसी के चिकित्सा अधिकारियों को बुखार पीड़ितों की सघन जांच और इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।


Body:Vo1:- पिछले दिनों तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री की बैठक में फेलसिपेरम पीड़ितों की संख्या में अप्रत्याशित कमी होने पर सीएमओ के प्रयास की सराहना हुई थी। हालांकि बाद में डेंगू के 2 मरीज मिलने पर स्वास्थ्य विभाग पर आंकड़ों को छिपाने पर प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा था। जिसमें आईडीएसपी की ओर से आंकड़े ना देने पर सीएमओ ने नाराजगी जताई थी। और आईडीएसपी प्रभारी को नोटिस दिया था। बही 28 अगस्त को पुष्टि के बावजूद भी जेई की रिपोर्ट भी सार्वजनिक नहीं की गई है।
बाइट:- विनीत कुमार शुक्ला सीएमओ जिला हॉस्पिटल
सीएमओ बरेली के मुताबिक ब्रेनफीवर यानी दिमागी बुखार के कई कारण होते हैं इसमें वायरस से होने वाले इन्फेक्शन खून में ग्लूकोज की कमी या बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण शामिल है। हालांकि बुखार की प्रमुख वजह  क्यूलिक्स नामक मच्छर के ढंग को माना जाता है। जो जैपनीज इंसेफ़लाइटिस नामक वायरस को फैलाता है यही वारस दिमाग बुखार के लिए जिम्मेदार होता है बता दें कि है इम्यून सिस्टम कमजोर होने पर तेजी से हावी होता है इसलिए अधिकतर बच्चे बुजुर्ग ही इसका शिकार होते हैं।
Vo2:- बरेली के जिला अस्पताल में फीवर बोर्ड में लगातार दिमागी बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। पीड़ित के संग आए हुए परिवार वालों का कहना है कि हमारे इलाकों में मच्छरों की संख्या बहुत ज्यादा है आसपास गंदगी का ढेर लगा रहता है जिसके कारण मच्छर की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है स्वास्थ्य विभाग साफ सफाई पर कोई ध्यान नहीं देता है। जिसके कारण लगातार बीमारियां होती जा रही हैं।
बाइट:-बबलू मरीच का भाई


Conclusion:Fvo:- जेई की पुष्टि होने पर स्वास्थ्य विभाग को इसकी रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करना था लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने ऐसा कुछ नहीं करा। संबंधित विभागों को सतर्कता के निर्देश के साथ ही संवेदनशील इलाकों में टीम भेजकर बुखार पीड़ितों की सघन जांच करनी चाहिए थी ताकि जेई के वायरस जैसे ही आए इसका पता लगे इससे बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा सके लेकिन यह सारी कवायद नहीं की गई और स्वास्थ्य विभाग संचारी रोग नियंत्रण अभियान के शुभारंभ की राह देखता रहा।
रंजीत शर्मा
9536666643
ईटीवी भारत बरेली।


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