बरेली: स्वास्थ्य विभाग बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इससे निपटने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है. इसके लिए नए-नए तरीके खोजे जा रहे हैं. लोगों को संक्रमण से रोकने के लिए कोरोना वालंटियर की ढाल तैयार की जा रही है. शहर से लेकर गांव तक करोना वालंटियर बनाए जाएंगे, जो अपने-अपने क्षेत्र में लोगों पर नजर रखेंगे.
वालंटियर को दिया जाएगा प्रशस्तिपत्र
स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहले तीन माह के लिए कोरोना वालंटियर बनाया जाएगा. अगर कोविड-19 का प्रकोप आगे भी जारी रहा तो इस अवधि को बढ़ाया जा सकता है संबंधित व्यक्ति के इस सेवाभाव के लिए उसे अभियान समाप्ति पर विभाग की ओर से प्रशस्तिपत्र दिया जाएगा.
ऐसे बन सकते हैं वालंटियर
कोरोना वालंटियर बनने के लिए स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर लॉग इन कर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. आवेदक की शैक्षिक योग्यता स्नातक होनी जरूरी है. इसके अलावा 21 से 30 वर्ष तक की उम्र के स्वस्थ युवा ही आवेदन के लिए पात्र होंगे. उनके पास स्मार्ट फोन भी होना चाहिए.
शहर से लेकर गांव तक चलेगा अभियान
सीएमओ डॉ. विनीत कुमार शुक्ला ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से चुने गए वालंटियर्स की अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी. उन्हें शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक अभियान चलाकर कोविड -19 से बचने के उपाए होम क्वारंटाइन के नियम और क्या करें, क्या न करें इसके बारे में लोगों को जागरूक करना होगा.
यह वॉलंटियर्स विभाग को प्रतिदिन रिपोर्ट भी भेजेंगे. इन वॉलंटियर्स की हॉटस्पॉट में भी ड्यूटी लगेगी. (जिस क्षेत्र के व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि होती है, उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर हॉटस्पॉट बनाया जाता है.) सर्विलांस टीम इस क्षेत्र में सर्वे कर लोगों की स्क्रीनिंग करती है. अब वालंटियर्स को भी यह जिम्मेदारी दी जाएगी. इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.