बरेली: प्रदेश सरकार के द्वारा 6 जनवरी से किसान कल्याण मिशन कार्यक्रम के तहत अब क्रमबद्ध तरीके से कृषि मेलों का आयोजन होगा. जिले में भी कृषि विभाग के द्वारा इस मेले का आयोजन प्रत्येक ब्लॉक में किया जा रहा है. एग्रीकल्चरल फेयर लगाए जाने के पीछे की वजह किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में कोशिश बताई जा रही है. आज 6 जनवरी से किसान सम्मान मिशन के तहत अलग अलग ब्लॉक पर कृषि मेलों के आयोजन की शुरुआत होने जा रही है. बरेली में भी सभी ब्लॉक पर कृषि मेलों का आयोजन होना है, जिसके लिए एक प्लान भी तैयार किया गया है, ताकि अन्नदाताओं को इन मेलों से लाभ हो.
सभी ब्लॉक पर होगा मेलों का आयोजन
इस बारे में उपकृषि निदेशक अशोक कुमार ने बताया कि किसानों के लिए बुधवार को क्रमबद्ध ढंग से प्रदेश सरकार कृषि मेलों का आयोजन कराने जा रही है. उन्होंने बताया कि बरेली जिले में कुल 15 ब्लॉक हैं. पहले बुधवार को सिर्फ 7 ब्लॉक में कृषि मेले का आयोजन होगा, जबकि अगले सप्ताह पुनः 7 ब्लॉक पर मेले का आयोजन किया जाएगा. अफसरों की मानें तो कृषि मेले और प्रदर्शनी में किसानों को आधुनिक खेती से सम्बंधित तकनीकी ज्ञान तो एक्सपर्ट्स और कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा दिया ही जाएगा. इसके अलावा किसानों से जुड़े अन्य जरूरी विभाग भी इस मेले में अपनी सहभागिता निभाते हुए किसानों को जागरूक करेंगे. मेलों में किसानों को खेती किसानी के तौर तरीकों के अलावा उन्हें गोष्ठी का आयोजन करके जागरूक किया जाएगा.
इन 7 ब्लॉक पर इस बार लगेगा कृषि मेला और प्रदर्शनी
भोजीपुरा, बिथरी चैनपुर, फरीदपुर, रामनगर, वीरगंज, बहेड़ी नवाबगंज ब्लॉक पर 6 जनवरी को कृषि प्रदर्शनी और कृषि मेले का आयोजन होगा. कृषि विभाग के साथ-साथ वह सारे विभाग जो कृषि से जुड़े हुए हैं वह सभी विभाग वहां अपना स्टॉल लगाएंगे. सम्बन्धित विभाग कृषकों को जागरूक भी करेंगे. इसके तहत गोष्ठियों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें कृषि ज्ञान केन्द्र, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रहेंगे जो कि किसानों को अलग-अलग जानकारी देकर जागरूक करेंगे. किसानों को जागरूक करने के लिए पहले से ही कृषि से सम्बंधित अन्य विभागों के जिम्मेदारों को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए हैं.