बरेली: पहलू खान की हत्या के मामले में अलवर जिला न्यायालय ने सभी आरोपियों को भी बरी कर दिया था. इसके विरोध में सोमवार को बरेली के कलेक्ट्रेट पर एतियाद-ए-मिल्लत कौंसिल ने धरना प्रदर्शन किया. कौंसिल के सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की.
एक अप्रैल 2017 को हुई थी हत्या
आपको बताते चलें कि एक अप्रैल 2017 को हरियाणा के नूंह मेवात जिले के निवासी पहलू खान जयपुर से दो गाय खरीद कर अपने घर ले जा रहे थे. शाम करीब सात बजे बहरोड़ पुलिया से आगे निकलने पर भीड़ ने पिकअप गाड़ी को रुकवा कर पहलू खान और उसके बेटों के साथ मारपीट की थी. इलाज के दौरान उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी.
एतियाद-ए-मिल्लत कौंसिल के अध्यक्ष ने की मांग
एतियाद-ए-मिल्लत कौंसिल के सदस्य और आला हजरत खानदान से ताल्लुक रखने वाले अल्हाज जुनैद रजा ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि पहलू खान की हत्या ने देश और इंसानियत दोनों को शर्मसार किया है. बावजूद इसके पहलू खान के हत्यारों को बरी कर दिया गया.
फैसला देशहित में नहीं
अल्हाज जुनैद रजा ने कहा हमारी मांग है कि पीड़ित परिवार के साथ न्याय हो, जिससे लोकतंत्र में उनका विश्वास बना रहे. उन्होने कहा कि ऐसी घटनाएं देशहित में नहीं हैं.
मंडल अध्यक्ष ने भी दिया बयान
एतियाद-ए-मिल्लत कौंसिल के मंडल अध्यक्ष मोहम्मद नदीम खान ने भी इस मसले पर अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होने कहा कि देश में अगर ऐसी घटनाएं हुईं तो आमजन का इंसानियत और कानून से भरोसा ही उठ जाएगा.
मेवात समुदाय में खासी नाराजगी
मेवाती समुदाय के लोगों ने कहा कि पीड़ित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. उन्होंने कहा कि हम लोग राष्ट्रपति से इस केस में न्याय दिलाने की मांग करते हैं. अगर हो सके तो सीबीआई इस केस की जांच करें.