बरेली: शीशगढ़ के बंजरिया गांव में एक बुजुर्ग को बीड़ी पीने का शौक महंगा पड़ गया. शौक भी ऐसा कि रातों-रात बुजुर्ग की जान ही चली गई. अब आपको लग रहा होगा कि रातों-रात किसी की बीड़ी पीने से जान कैसे जा सकती है... बिल्कुल जा सकती है. एक छोटी सी लापरवाही आपको मौत के घाट उतार सकती है. जैसे कि बुजुर्ग का बीड़ी न बुझाना उसकी मौत का कारण बन गया.
यह है पूरा मामला
बंजरिया गांव का रहने वाला एक बुजुर्ग रोज की तरह सोने से पहले बीड़ी पी रहा था. बीड़ी पीने के बाद उसने सुलगती हुई बीड़ी को वहीं फेंक दिया और रजाई तानकर सो गया. बुजुर्ग को लगा कि उन्होंने बीड़ी चारपाई से नीचे फेंकी है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बीड़ी बुजुर्ग की रजाई पर ही गिर गई.
जलकर हुई बुजुर्ग की मौत
सुलगती हुई बीड़ी रजाई पर गिरने से रजाई सुलगने लगी, लेकिन इसका पता बुजुर्ग को नहीं चला और रजाई में आग लग गई. इससे बुजुर्ग की जलने से मौत हो गई. घटना के दौरान बुजुर्ग का पूरा परिवार शादी समारोह में गया था. सुबह जब बुजुर्ग के भाई की पत्नी चाय देने गई तो घटना की जानकारी हुई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
तीन बेटों के साथ रहता था बुजुर्ग
बुजुर्ग अपने तीन बेटों के साथ गांव में रहता था. मंगलवार को उसका पूरा परिवार बदायूं में रिश्तेदार की शादी में गया था. परिजनों ने बताया कि रात में उन्होंने नशा किया होगा और फिर बीड़ी पीते हुए सो गए. उसी दौरान बीड़ी से उनकी रजाई में आग लग गई और उनकी जलकर मौत हो गई. नशे में होने के कारण बुजुर्ग उठ भी नहींं सके. सुबह पड़ोस में रहने वाले भाई की पत्नी चाय देने आई तो घटना की जानकारी हुई. इसके बाद उन्होंने घटना की जानकारी शादी समारोह में गए उनके परिवार को दी.