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Navratri 2021: मां काली देवी के मंदिर में भक्तों का सैलाब, मन्नत के लिए बांधी जाती है गांठ

बरेली के काली बाड़ी में स्थित मां काली के मंदिर में इन दिनों भक्तों की अपार भीड़ देखने को मिल रही है. काफी संख्या में भक्त यहां पहुंच रहे हैं और मां के दर्शन-पूजन कर मां की कृपा प्राप्त कर रहे हैं.

मां काली के मंदिर में भक्तों की भीड़
मां काली के मंदिर में भक्तों की भीड़
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Published : Oct 10, 2021, 1:27 PM IST

बरेली: नवरात्रि के दिनों में देश-प्रदेश के देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है. जिले की कालीबाड़ी में स्थित मां काली देवी का प्राचीन मंदिर सैकड़ों सालों से भक्तों की आस्था का केंद्र रहा है. नवरात्रि के दिनों में तो यहां भक्तों का तांता लगा रहता है. दूर-दराज से भक्त मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं और पूजा-अर्चना कर मां का आशीर्वाद लेते हैं. मान्यता है कि यहां दर्शन-पूजन से मां काली की कृपा भक्तों पर बरसती है और उनकी सभी मुरादें मां काली पूरी करती हैं.

बरेली के कालीबाड़ी क्षेत्र में मां काली देवी का लगभग ढाई सौ साल पुराना प्राचीन मंदिर है. वैसे तो इस मंदिर में हमेशा ही भक्तों की भीड़ रहती है, लेकिन नवरात्रि के समय यहां भक्तों की लंबी कतारें मां के दर्शन के लिए लगती है. भक्त मां काली देवी के मंदिर में आकर उनके दर्शन कर पूजा-अर्चना करते हैं और सुख-शांति, समृद्धि की दुआ करते हुए अपनी मुरादों को मांगते हैं.

मां काली के मंदिर में भक्तों की भीड़
मंदिर के इतिहास की बात की जाए तो लगभग ढाई सौ वर्ष पहले यहां गोबर की बनी प्रतिमा की पूजा होती थी. बताया जाता है कि एक बंगाली बाबा को मां काली देवी ने सपने में दर्शन दिए थे और मंदिर का निर्माण कराकर मां काली देवी की मूर्ति की स्थापना कराने को कहा. इसके बाद बंगाली बाबा ने लोगों के सहयोग से मंदिर बनवाकर मां काली देवी की प्रतिमा स्थापित की. मां काली देवी के इस मंदिर में मन्नत का धागा बांधने की भी परंपरा है. भक्त यहां कच्चे धागे और चुंदरी से गांठ बांधकर मन्नत मांगते हैं और मन्नत पूरी होने पर इस गांठ को खोल देते हैं. मां काली के दर्शन के लिए आईं भक्त प्रतीक्षा शर्मा बताती हैं कि वह लगभग 25 सालों से मां काली के दर्शन करने नवरात्रि के दिनों में आती हैं और मां से जो भी मुराद मांगती हैं वह उनकी पूरी होती है. मंदिर के पुजारी बृजेश कुमार गौड़ बताते हैं की मां काली देवी का प्राचीन मंदिर में जो भी भक्त सच्चे दिल से मुराद मांगता है, मां उसकी हर मुराद को पूरा करती हैं. वैसे तो यहां हर दिन मां के भक्तों की लाइन लगी रहती है पर नवरात्रि के विशेष दिनों में मंदिर में मां के भक्तों की बहुत भीड़ रहती है.

इसे भी पढ़ें-Navratri 2021: चौथे दिन करें मां कुष्मांडा की पूजा, जानें क्या है सही विधि

बरेली: नवरात्रि के दिनों में देश-प्रदेश के देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है. जिले की कालीबाड़ी में स्थित मां काली देवी का प्राचीन मंदिर सैकड़ों सालों से भक्तों की आस्था का केंद्र रहा है. नवरात्रि के दिनों में तो यहां भक्तों का तांता लगा रहता है. दूर-दराज से भक्त मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं और पूजा-अर्चना कर मां का आशीर्वाद लेते हैं. मान्यता है कि यहां दर्शन-पूजन से मां काली की कृपा भक्तों पर बरसती है और उनकी सभी मुरादें मां काली पूरी करती हैं.

बरेली के कालीबाड़ी क्षेत्र में मां काली देवी का लगभग ढाई सौ साल पुराना प्राचीन मंदिर है. वैसे तो इस मंदिर में हमेशा ही भक्तों की भीड़ रहती है, लेकिन नवरात्रि के समय यहां भक्तों की लंबी कतारें मां के दर्शन के लिए लगती है. भक्त मां काली देवी के मंदिर में आकर उनके दर्शन कर पूजा-अर्चना करते हैं और सुख-शांति, समृद्धि की दुआ करते हुए अपनी मुरादों को मांगते हैं.

मां काली के मंदिर में भक्तों की भीड़
मंदिर के इतिहास की बात की जाए तो लगभग ढाई सौ वर्ष पहले यहां गोबर की बनी प्रतिमा की पूजा होती थी. बताया जाता है कि एक बंगाली बाबा को मां काली देवी ने सपने में दर्शन दिए थे और मंदिर का निर्माण कराकर मां काली देवी की मूर्ति की स्थापना कराने को कहा. इसके बाद बंगाली बाबा ने लोगों के सहयोग से मंदिर बनवाकर मां काली देवी की प्रतिमा स्थापित की. मां काली देवी के इस मंदिर में मन्नत का धागा बांधने की भी परंपरा है. भक्त यहां कच्चे धागे और चुंदरी से गांठ बांधकर मन्नत मांगते हैं और मन्नत पूरी होने पर इस गांठ को खोल देते हैं. मां काली के दर्शन के लिए आईं भक्त प्रतीक्षा शर्मा बताती हैं कि वह लगभग 25 सालों से मां काली के दर्शन करने नवरात्रि के दिनों में आती हैं और मां से जो भी मुराद मांगती हैं वह उनकी पूरी होती है. मंदिर के पुजारी बृजेश कुमार गौड़ बताते हैं की मां काली देवी का प्राचीन मंदिर में जो भी भक्त सच्चे दिल से मुराद मांगता है, मां उसकी हर मुराद को पूरा करती हैं. वैसे तो यहां हर दिन मां के भक्तों की लाइन लगी रहती है पर नवरात्रि के विशेष दिनों में मंदिर में मां के भक्तों की बहुत भीड़ रहती है.

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