बरेली: यूपी में पंचायत चुनाव की सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं. सरकार चुनाव को लेकर सभी तैयारियों को जल्द से जल्द पूर्ण करने में व्यस्त है. बरेली जिले में प्रशासनिक अधिकारी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों में मशगूल हैं. अगर जिले बात की जाए तो यहां 1,193 कुल ग्राम पंचायतें हैं, जबकि 60 जिला पंचायत सदस्य, 1,467 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 14,921 ग्राम पंचायत सदस्य हैं. करीब 2 लाख 40 हजार 463 नए मतदाता भी जिले में बढ़े हैं.
त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव से पहले प्रदेश भर में इन दिनों चुनाव से संबंधित सभी कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. माना जा रहा है कि मार्च के आखिर तक ग्राम पंचायत के चुनाव और अप्रैल तक जिला पंचायत का चुनाव हो सकता है. गांव की सरकार से लेकर जिले के प्रथम नागरिक तक का चुनाव होने जा रहा है, जिसे लेकर इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में चौक-चौराहों पर भी चुनावी चर्चाओं का दौर जारी है.
ग्राम पंचायतों के आंकड़े
अब अगर आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पांच साल पूर्व 2015 में जिले में परिसीमन हुआ था. बरेली में कुल 1,193 पंचायतें हैं. परिसीमन होने के बाद कुल 1,193 ग्राम पंचायतों में से 177 ग्राम पंचायत अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थीं. उनमें से महिलाओं के लिए 63 सीट आरक्षित थीं. पिछड़ा वर्ग के लिए 329 ग्राम पंचायतें आरक्षित थीं, जिनमें से 213 पुरुष तो 116 ग्राम पंचायत महिलाओं के लिए आरक्षित थीं. कुल 730 ग्राम पंचायतें जिले में आरक्षित थीं, जिनमें महिलाओं के लिए 403 ग्राम पंचायतें आरक्षित थीं. अनारक्षित ग्राम पंचायतें 463 थीं.
क्षेत्र पंचायत के बारे में जानकारी
प्रमुख क्षेत्र पंचायत बरेली में 15 हैं. उनमें दो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थीं, जिनमें एक पद महिला के लिए आरक्षित था. पिछड़ा वर्ग के लिए पांच ब्लॉक प्रमुख में से दो महिलाओं के लिए आरक्षित था. कुल 9 आरक्षित प्रमुख क्षेत्र पंचायत में 5 महिलाओं के लिए आरक्षित थीं, जबकि 6 अनारक्षित थीं.
जिला पंचायत सदस्य
बरेली में 60 जिला पंचायत हैं, जिनमें 9 सीटें आरक्षित थीं. इनमें से 3 महिलाओं के लिए आरक्षित थीं. वहीं पिछड़ा वर्ग के लिए कुल 16 जिला पंचायत सदस्यों के लिए आरक्षण की व्यवस्था थी, जिनमें 6 सीटें पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित थीं. कुल 36 जिला पंचायत सदस्य के लिए सीटें आरक्षित थीं, जिनमें 20 महिलाओं के लिए आरक्षित थीं. अनारक्षित सीटें 24 थीं.
क्षेत्र पंचायत सदस्य
क्षेत्र पंचायत सदस्यों की अगर बात की जाए तो बरेली में 1,467 बीडीसी मेंबर हैं. पिछले चुनाव में 221 क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहे, जिनमें 79 महिलाएं शामिल थीं. वहीं पिछड़ा वर्ग की अगर बात की जाए तो कुल 396 बीडीसी के लिए क्षेत्र आरक्षित थे, जिनमें 135 पर महिलाएं आरक्षित श्रेणी के तहत चुनी गईं. जिले में कुल 887 आरक्षित क्षेत्र पंचायत थीं, जिनमें कुल 484 महिलाएं क्षेत्र पंचायत थीं, जबकि 580 क्षेत्र पंचायत अनारक्षित थीं.
ग्राम पंचायत सदस्यों का ब्यौरा
बरेली में कुल 14,921 ग्राम पंचायत सदस्य हैं, जिनमे से 3,135 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थे. इनमें से 659 सीटें महिला दावेदारों के लिए आरक्षित थीं, जबकि 4,028 ग्राम पंचायत सदस्यों के पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित रहे, जिनमें 130 पद महिलाओं के लिए आरक्षित थे. कुल आरक्षित की संख्या 9,724 रही, जिनमें 4,549 महिलाओं के लिए आरक्षित थीं, जबकि अनारक्षित 5197.
जिले के DPRO ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि फिलहाल इस बार जनपद में परिसीमन नहीं हुआ है. आरक्षण के बारे में शासन से जो भी दिशा-निर्देश मिलेंगे, उसी आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी. माना जा रहा है कि जल्द ही शासन से इस बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद है. हालांकि उन्होंने ये भी बताया कि ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रदेश मुख्यालय से आरक्षण की जानकारी के संबंध में दिशा निर्देश दिए जाने हैं.
जिले में इस बार बढ़े हैं इतने मतदाता
बरेली जिले में 15 विकासखंड हैं और कुल पंचायतों की संख्या 1193 है, जबकि 2015 के मतदाताओं की संख्या की अगर बात की जाए तो यहां कुल 21 लाख 05 हजार 485 मतदाता थे. ड्राफ्ट प्रकाशन में 2020 में मतदाताओं की संख्या 1 लाख 62 हजार 779 थी, जो कि बढ़कर 22 लाख 68 हजार 264 हो गई थी. वहीं अंतिम प्रकाशन 2021 में पिछले दिनों बढ़े मतदाताओं की संख्या 77,684 थी. अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने बताया कि इस तरह से अंतिम प्रकाशन के उपरांत कुल मतदाताओं की संख्या 23 लाख 45 हजार 948 हो गई है.
इस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अपर जिलाधिकारी प्रशासन वीके सिंह ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर तमाम तैयारियां की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि शासन की मंशा के मुताबिक शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव हो, इसके लिए तमाम आवश्यक कार्य किये जा रहे हैं.
इस बार जिले में बढ़े हैं मतदान केंद्र और पोलिंग बूथ
पिछले चुनावों के बाद से अब तक बढ़े मतदाताओं की वजह से इस बार जिले में मतदान केंद्र और बूथ भी बढ़ गए हैं. पिछले चुनाव में कुल मतदान केंद्र 1,587 थे, जबकि 3,771 पोलिंग बूथ थे. इस बार मतदान केंद्र बढ़कर 1,622 हो गए हैं, जबकि बूथ 3,845 हो गए हैं.
जिले को मिल चुके हैं 91 लाख मतपत्र
एडीएम प्रशासन ने बताया कि करीब 91 लाख मतपत्र जिले में आ चुके हैं, जो कि पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के साथ रखे गए हैं. वहीं राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से मतपेटी भी प्राप्त हो चुकी हैं और वो भी मंडी परिसर में बनाये गए स्ट्रांग रूम में हिफाजत के साथ रखी गई हैं.