बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में आए दिन महिलाओं की हत्या कर शव फेंकने का मामला लगातार सामने आ रहा है. यहां एक ही पैटर्न पर सभी महिलाओ की हत्या की जा रही है. पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी न होने की वजह से महिलाओं की हत्या का सिलसिला लगातार जारी है. रविवार को शीशगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव खेत गई महिला की हत्या कर दी गई. इस तरह की हत्या के बाद क्षेत्र में अब तक 14 महिलाओं की हत्या हो चुकी है.
55 वर्षीय महिला की हत्या
पूरा मामला शीशगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव का है. यहां गांव निवासी 55 वर्षीय महिला अपने खेत में सरसों का साग लेने खेत पर गई थी, जबकि महिला का पति और बेटा किसी काम से शीशगढ़ गए हुए थे. शाम को सभी के घर लौटने पर पता चला कि महिला खेत से वापस नहीं लौटी है. परिजन खोजबीन करते हुए खेत पहुंच गए. यहां खेत में महिला की टूटी हुई चूड़ियां और चप्पल पड़ा देख परिजन हैरान रह गए. वहीं थोड़ी दूरी पर महिला का शव पड़ा हुआ था. शव देख परिजनों में कोहराम मच गया. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. परिजनों ने पुलिस को बताया कि महिला के सिर पर चोट मारने के बाद गले में साड़ी का फंदा कसकर हत्या की गई है.
पुलिस टीम कर रही है जांच
जानकारी पर सीओ बहेड़ी डॉ. तेजवीर सिंह और शीशगढ़ थाना पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए. महिला की हत्या की सूचना पर एसएसपी सुशील घुले चंद्रभान भी पहुंच गए. पुलिस ने डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम की मदद से जांच पड़ताल में जुट गई. इसके साथ ही महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक महिला के बेटे ने पुलिस को बताया कि उनकी किसी से रंजिश नहीं है. इस तरह से शाही थाना क्षेत्र और शीशगढ़ में हो रही लगातार महिलाओं की हत्या की तरह उसकी भी मां को मारा गया है. परिजनों की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
साइको किलर के निशाने पर केवल महिलाएं
क्षेत्र में हत्याओं ने ग्रामीणों के मन में दहशत पैदा कर दी है. इस घटना ने एक बार फिर उनके मन में शाही थाना क्षेत्र और शीशगढ़ थाना क्षेत्र में हो रही नृशंस हत्याओं की याद दिला दी है. इस क्षेत्र में मई माह में महिलाओं की हत्या का सिलसिला शुरू हुआ था, जो अभी तक लगातार जारी है. पुलिस के अनुसार किसी साइको किलर के निशाने पर खेत में जाने वाली 40 वर्ष से 70 वर्षीय महिलाएं ही निशाने पर हैं. इन हो रही हत्याओं के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. इन क्षेत्रों की महिलाएं और बच्चे घरों से निकलने में भी डर रहे हैं. इन 14 हत्याओं में केवल 3 ही महिलाओं के हत्या का खुलासा हुआ है. ये सभी वारदात शाही थाना क्षेत्र, फतेहगंज थाना क्षेत्र और शीशगढ़ थाना क्षेत्र में ही अंजाम दिए जा रहे हैं.
5 मई से 26 नवबंर तक 14 महिलाओं की हत्या
पहली घटना: शाही थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला का 5 मई की शाम को खेत गई थी. इसी दौरान वह लापता हो गई थी. बाद में उसका शव खेत में पाया गया था.
दूसरी घटना: 17 जून को शाही थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला बाजार गई थी. इसी दौरान वह लापता हो गई. दो दिन बाद 19 जून को उसका शव गन्ने के खेत में पाया गया था. इस मामले का अब तक खुलासा नहीं हुआ है.
तीसरी घटना: शाही थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला 29 जून को लापता हो गई थी. महिला का शव दूसरे दिन गन्ने के खेत से बरामद हुआ था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी.
चौथी घटना : 22 जुलाई को शाही थाना क्षेत्र के एक में 40 वर्षीय महिला का शव खेत में पाया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी. इस मामले में रमपुरा गांव के राजेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई हुई थी.
पांचवीं घटना : मीरगंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी बुजुर्ग महिला का शव 1 अगस्त को नदी में बहता हुआ पाया गया था. उस महिला के शव की शिनाख्त ही नहीं हुई.
छठी घटना: 10 अगस्त को शाही थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला का शव फतेहगंज पश्चिमी के गांव पनवडिया के जंगल में पाया गया था.
सातवीं घटना: 23 अगस्त को शाही थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 35 वर्षीय महिला का शव खेत में पाया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई.
आठवीं घटना: 4 सितम्बर को मीरगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में एक महिला का शव पाया गया ता. महिला की उम्र करीब 45 वर्ष थी. अब तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है.
नौवीं घटना: 16 अक्टूबर को मीरगंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला का शव झाड़ियों में सड़ा गला पाया गया था. इस मामले में भी अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई.
दसवीं घटना:1 नवंबर को शीशगढ थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 60 वर्षीय महिला का जंगल में शव पाया गया था. घास लेने गई थी. इस मामले में भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई.
ग्यारहवीं घटना : फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारी की 65 वर्षीय पत्नी का शव 9 नवंबर को जंगल से बरामद हुआ था. इस मामले में भी अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई.
बारहवीं घटना: शाही थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला का शव 19 नवंबर को अधजला बरामद हुआ था. हालांकि पुलिस ने मामले का खुलासा कर आरोपी पति नैपाल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
तेरहवीं घटना: शाही थाना क्षेत्र एक गांव निवासी महिला का 20 नवंबर को जंगल के पास गन्ने के खेत में शव पाया गया था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल के लिए भेज दिया था.
चौदहवीं घटना:26 नवंबर को शीशगढ थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 55 वर्षीय महिला का शव खेत में पाया गया. इस मामले में भी आरोपी को कोई पता नहीं है.
हत्याओं पर आईजी हुए नाराज
क्षेत्र में ताबड़तोड़ हत्याएं होने और उनका खुलासा न होने पर आईजी डॉ. राकेश सिंह ने नाराजगी जताई है. उन्होंने एसएसपी से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और इनके खुलासे के लिए बड़े स्तर पर प्लानिंग और उस पर काम करने की बात कही. उन्होंने सभी घटनास्थल का दोबारा निरीक्षण कर समीक्षा करने की बात कही और दो तरह की टीमें गठित करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि एक टीम क्षेत्र के ग्राम प्रधानों और संभ्रांत व्यक्तियों के साथ बैठक कर ग्रामीणों की मदद से खेतों में निगरानी सुनिश्चित करे और दूसरी टीम इनपुट के आधार पर खुलासे के लिए काम करेगी.
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