बरेलीः पिछले करीब दो महीनों से आप कोरोना के कहर के बारे में सुन रहे हैं. देश के इतिहास में पहली बार जनता कर्फ्यू लगते देखा गया. साथ ही कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है. ईटीवी भारत ने बरेली जिला अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड के बारे में बारीकी से जानने की कोशिश की.
पहले लिया जाता है संदिग्ध का सैंपल
जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में तैनात महिला स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि सबसे पहले संदिग्ध मरीज का सैंपल लिया जाता है. इसके बाद एक फ्रिजर वाले बॉक्स में सुरक्षित रखकर लखनऊ जांच के लिए भेजा जाता है. रिपोर्ट आने तक मरीज को क्वारंटाइन किया जाता है. उन्होंने यह भी बताया कि अभी फिलहाल सभी रिपोर्ट निगेटिव आईं हैं.
नर्सें बोलीं, डरेंगे तो सेवा कैसे करेंगे
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पूरी तन्मयता से काम कर रहे हैं. वहीं जिला अस्पताल में काम करने वाली नर्सों ने कहा कि अगर वही डर जाएंगी तो मरीजों की देखभाल कौन करेगा.
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वहीं डॉक्टर वागीश वैश्य का कहना है कि जिला अस्पताल में कोरोना संदिग्ध दो मरीजों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था. इनमें से एक मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आई है. वहीं एक की रिपोर्ट आनी बाकी है. उन्होंने बताया कि दो मरीजों को अभी भी आइसोलेशन वार्ड में रखकर उनका इलाज किया जा रहा है.