बरेलीः जिले में कोतवाली के माल खाने से पिछले साल सरकारी पिस्टल गायब होने के मामले में मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की गई. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने माल खाने के इंचार्ज दारोगा रमेश चंद्र को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया. दारोगा के खिलाफ कोतवाली में ही माल खाने से सरकारी पिस्टल गायब होने का मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था.
दरअसल 30 दिसंबर 2022 को बरेली में कोतवाली के माल खाने की साफ-सफाई और शस्त्रों का भौतिक सत्यापन किया गया था. इस दौरान को कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक हिमांशु निगम ने जब माल खाने का माल चेक किया, तो उसमें 9 एमएम की एक सरकारी पिस्टल कम मिली. सरकारी माल खाने में कुल 25 सरकारी पिस्टल थीं. चेकिंग में सिर्फ 24 पिस्टल ही पाई गईं. एक पिस्टल कम होने पर माल खाने के इंचार्ज दारोगा रमेशचंद्र से पूछताछ की गई, तो उनसे कोई सटीक जवाब नहीं मिला. न ही गायब पिस्टल के बारे में कोई जानकारी हाथ लगी.
बता दें कि कोतवाली के माल खाने के इंचार्ज रमेश चंद्र पर ही सरकारी पिस्टलों को आवंटित करने और उनके रखरखाव की जिम्मेदारी थी. ऐसे में माल खाने से सरकारी पिस्टल के गायब होने का मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च अधिकारियों ने इंचार्ज रमेश चंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिया. इसके बाद कोतवाली में माल खाना इंचार्ज रमेश चंद्र के खिलाफ 22 फरवरी 2023 को मुकदमा दर्ज किया गया.
वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने प्रभाकर चौधरी ने मंगलवार को इस मामले में थाना इंचार्ज दारोगा रमेशचंद्र को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया. उन्होंने कहा कि माल खाने से एक सरकारी पिस्टल गायब होने का मुकदमा कोतवाली में दर्ज कराया गया था. उसी मामले में माल खाने के इंचार्ज के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.
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