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भैंस के आगे बीन बजा कर व्यापारियों ने जताया पुल का विरोध - बरेली में व्यापारियों ने बजाई बीन

यूपी के बरेली में बन रहे 1600 मीटर लंबे पुल का व्यापरियों ने विरोध किया. इस दौरान उन्होंने भैंस के आगे बीन बजाकर विरोध जताया. व्यापारियों का कहना है कि पुल बनने से बाजार खत्म हो जाएगा.

भैंस के आगे बजाई बीन
भैंस के आगे बजाई बीन
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Published : Jan 21, 2021, 5:50 PM IST

बरेलीः झुमका गिरारे बरेली के बाजार में यह गाना आपने कहीं न कहीं अवश्य ही सुना होगा, इसी गाने के साथ लोगों के दिलों दिमाग में बस यही चीज बैठी हुई है कि बरेली का बाजार वाकई ही देखने लायक होगा और उनका सोचना भी बिल्कुल सही है. समय के साथ-साथ इस बाजार में इतनी ज्यादा भीड़ भाड़ हो गई है कि गाड़ियों का निकलना भी दुश्वार हो गया है. इसी दुश्वारियां को कम करने के लिए बरेली नगर निगम अब बरेली के बाजार में फ्लाईओवर बनाने के विचार में है. इसी फ्लाईओवर का विरोध व्यापारी लगातार कर रहे हैं. आज उसी सिलसिले में बरेली के समाजसेवी सोहेल शमसी ने कुतुबखाना बड़े बाजार के सभी व्यापारियों के साथ मिलकर आज कुतुबखाना चौराहे पर भैंस के आगे बीन बजायी. जिससे कि सरकार की नींद खुले और सरकार व्यापारियों के परेशानियों को समझें और इस प्राचीन बाजार पर फ्लाईओवर नहीं बनाए.

प्रतिमाह होता है करीब 170 करोड़ रुपये का कारोबार.

1600 मीटर लंबे ब्रिज का विरोध कर रहे व्यापारी
कुतुबखाना चौराहे पर करीब सौ करोड़ रुपये की लागत से 1600 मीटर लंबे ओवरब्रिज निर्माण के लिए जिस तेजी से सेतु निगम लगा है. उसी तेजी से ओवरब्रिज के विरोध में व्यापारी उतर रहे हैं. ओवरब्रिज का व्यापारियों ने खुलकर विरोध शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि श्यामगंज पुल बनने से आज भी व्यापारी बेहाल हैं. पुल के नीचे की सड़कें जर्जर होने की वजह से तमाम असुविधाएं झेलनी पड़ रही हैं. ऐसे में अब कुतुबखाना में ओवरब्रिज बनने से शहर के मुख्य बाजार की पहचान तो खत्म होगी. साथ ही व्यापार लंबे समय के लिए चौपट हो जाएगा. जाम से निजात दिलाने के लिए यहां सड़क चौड़ी कराने के साथ अवैध कब्जे हटाकर पार्किंग बनाकर भी ट्रैफिक की समस्या दूर की जा सकती है.

80 फीसदी घट जाएगा कारोबार
आपको बता दें कुतुबखाना चौराहे से कोहाड़ापीर और कुतुबखाना से कोतवाली रोड के कुमार टाकीज तक करीब दो हजार दुकानें हैं. कुतुबखाना से कोहाड़ापीर रोड पर सर्वाधिक दुकानें हार्डवेयर, सेनेट्री, कृषि यंत्र आदि से जुड़ी हैं. वहीं, कोतवाली रोड पर कपड़े, जूते-चप्पल की दुकानें हैं. प्रतिमाह यहां करीब 170 करोड़ रुपये का कारोबार होता है. कारोबारियों का कहना है कि फ्लाईओवर बनने से कुतुबखाना ही नहीं इसके आसपास के सभी रास्ते बंद हो जाएंगे. सड़कों की चौड़ाई कम होने की वजह से दोपहिया वाहन तक नहीं निकल पाएंगे. इतना ही नहीं धूल के गुबार उड़ने की वजह से कई कारोबारियों को तो दुकानें बंद रखना मजूबरी बन जाएगी. वहीं, सड़क जर्जर होने की वजह से तमाम लोग अन्य जगह से खरीदारी करने को मजबूर होंगे. बीस फीसदी कारोबार भी मुश्किल से होगा.

बरेलीः झुमका गिरारे बरेली के बाजार में यह गाना आपने कहीं न कहीं अवश्य ही सुना होगा, इसी गाने के साथ लोगों के दिलों दिमाग में बस यही चीज बैठी हुई है कि बरेली का बाजार वाकई ही देखने लायक होगा और उनका सोचना भी बिल्कुल सही है. समय के साथ-साथ इस बाजार में इतनी ज्यादा भीड़ भाड़ हो गई है कि गाड़ियों का निकलना भी दुश्वार हो गया है. इसी दुश्वारियां को कम करने के लिए बरेली नगर निगम अब बरेली के बाजार में फ्लाईओवर बनाने के विचार में है. इसी फ्लाईओवर का विरोध व्यापारी लगातार कर रहे हैं. आज उसी सिलसिले में बरेली के समाजसेवी सोहेल शमसी ने कुतुबखाना बड़े बाजार के सभी व्यापारियों के साथ मिलकर आज कुतुबखाना चौराहे पर भैंस के आगे बीन बजायी. जिससे कि सरकार की नींद खुले और सरकार व्यापारियों के परेशानियों को समझें और इस प्राचीन बाजार पर फ्लाईओवर नहीं बनाए.

प्रतिमाह होता है करीब 170 करोड़ रुपये का कारोबार.

1600 मीटर लंबे ब्रिज का विरोध कर रहे व्यापारी
कुतुबखाना चौराहे पर करीब सौ करोड़ रुपये की लागत से 1600 मीटर लंबे ओवरब्रिज निर्माण के लिए जिस तेजी से सेतु निगम लगा है. उसी तेजी से ओवरब्रिज के विरोध में व्यापारी उतर रहे हैं. ओवरब्रिज का व्यापारियों ने खुलकर विरोध शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि श्यामगंज पुल बनने से आज भी व्यापारी बेहाल हैं. पुल के नीचे की सड़कें जर्जर होने की वजह से तमाम असुविधाएं झेलनी पड़ रही हैं. ऐसे में अब कुतुबखाना में ओवरब्रिज बनने से शहर के मुख्य बाजार की पहचान तो खत्म होगी. साथ ही व्यापार लंबे समय के लिए चौपट हो जाएगा. जाम से निजात दिलाने के लिए यहां सड़क चौड़ी कराने के साथ अवैध कब्जे हटाकर पार्किंग बनाकर भी ट्रैफिक की समस्या दूर की जा सकती है.

80 फीसदी घट जाएगा कारोबार
आपको बता दें कुतुबखाना चौराहे से कोहाड़ापीर और कुतुबखाना से कोतवाली रोड के कुमार टाकीज तक करीब दो हजार दुकानें हैं. कुतुबखाना से कोहाड़ापीर रोड पर सर्वाधिक दुकानें हार्डवेयर, सेनेट्री, कृषि यंत्र आदि से जुड़ी हैं. वहीं, कोतवाली रोड पर कपड़े, जूते-चप्पल की दुकानें हैं. प्रतिमाह यहां करीब 170 करोड़ रुपये का कारोबार होता है. कारोबारियों का कहना है कि फ्लाईओवर बनने से कुतुबखाना ही नहीं इसके आसपास के सभी रास्ते बंद हो जाएंगे. सड़कों की चौड़ाई कम होने की वजह से दोपहिया वाहन तक नहीं निकल पाएंगे. इतना ही नहीं धूल के गुबार उड़ने की वजह से कई कारोबारियों को तो दुकानें बंद रखना मजूबरी बन जाएगी. वहीं, सड़क जर्जर होने की वजह से तमाम लोग अन्य जगह से खरीदारी करने को मजबूर होंगे. बीस फीसदी कारोबार भी मुश्किल से होगा.

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