बरेलीः बेटी अमीर की हो या गरीब की, हर पिता अपनी बेटी के लिए सपने बुनता है. ऐसा ही कुछ बरेली के किसानों ने किया है. दरअसल किसान की मां की इच्छा थी कि उनकी पोतियां शादी के बाद जब पहली बार ससुराल के लिए विदा हों तो हेलीकॉप्टर से हों. किसान बेटों ने अपनी मां की इस इच्छा को न केवल पूरा किया बल्कि शान शौकत से बेटियों की शादी करके क्षेत्र में सुर्खियां भी बटोर लीं. दोनों बेटों ने मां की कही बात को पूरा करने के लिए पूरी कोशिश की.
बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम दोहना पितमराय के रहने वाले किसान राजेन्द्र सिंह यादव और उनके छोटे भाई नन्हे ने अपनी-अपनी बेटी की शादी मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव हल्दी कला के रहने वाले रामदास यादव के पुत्र रामवीर व विजयपाल के पुत्र अजय से तय की थी. गुरुवार की रात दोनों बहनों प्रियंका और प्रीति की शादी उनके राजकुमारों के साथ धार्मिक रीति रिवाजों से की गई.
जब विदाई की समय आया तो दोनों बहनों को हेलीकॉप्टर से विदा किया गया. इस मौके पर आसपास के गांव के लोग बनाए गए हेलीपैड के पास पहुंचे और शानदार विदाई के गवाह बने. प्रशासन ने एनओसी देने के बाद सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे. बताया जा रहा है कि परिवार बेटियों को हेलीकॉप्टर से विदा करने के पिछले दो महीने से लगा हुआ था. उन्होंने सबसे पहले अपने करीबी से हेलीकॉप्टर सेवा देने वाली कंपनी के बारे में जाना. फिर जब सभी बातें तय हो गई तो मेहनत करके प्रशासन से अनुमति लेने में सफल हो गए. इस तरह दोनों पिता अपनी बेटियों को हेलीकॉप्टर से विदा करने में सफल हो सके.
ससुराल में लैंड नहीं हो सका हेलीकॉप्टर
दुल्हनों के ससुराल वालो का कहना है कि मायके से तो दोनों बेटियों की विदाई हेलीकॉप्टर से की गई लेकिन, ससुराल में दुल्हनों का हेलीकॉप्टर लैंड नहीं हो सका, जिसके बाद तय हुआ कि हेलीकॉप्टर को दिल्ली में लैंड किया जाएगा और वहां से कार द्वारा उनकी ससुराल हल्दी खुर्द मीरगंज पहुंचेगी. बताया जा रहा है कि मीरगंज के गांव हल्दी खुर्द में हेलीकॉप्टर लैंड होना था जिसकी परमिशन नहीं मिल सकी. वही दूसरी तरफ पूरा गांव दोनों दुल्हनों के आगमन की प्रतीक्षा हेलीपेड पर ही करता रह गया.